विकास के इंतजार में हैं 24 गांव

गतिरोध. फाइलों में दम तोड़ रही अल्पसंख्यक बहुउद्देश्यीय विकास योजना अल्पसंख्यक बाहुल्य मुहल्लों व गांवों में बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क व पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बनी अल्पसंख्यक बहुउद्देश्यीय विकास योजना केंद्र व राज्य सरकार के खींचातानी के कारण मुंगेर जिले में संचालित नहीं हो पा रही. जबकि मुंगेर नगर निगम क्षेत्र के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 5, 2016 5:10 AM

गतिरोध. फाइलों में दम तोड़ रही अल्पसंख्यक बहुउद्देश्यीय विकास योजना

अल्पसंख्यक बाहुल्य मुहल्लों व गांवों में बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क व पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बनी अल्पसंख्यक बहुउद्देश्यीय विकास योजना केंद्र व राज्य सरकार के खींचातानी के कारण मुंगेर जिले में संचालित नहीं हो पा रही. जबकि मुंगेर नगर निगम क्षेत्र के छह मुहल्लों सहित 24 गांवों के लिए इस योजना का चयन किया गया था.
मुंगेर : अल्पसंख्यक बहुउद्देश्यीय विकास कार्यक्रम (एमएसडीपी) एक ऐसी योजना है जो खास कर अल्पसंख्यक बाहुल्य गांवों के लिए चलाया जा रहा है. इस योजना के तहत हर चयनित गांवों के विकास के लिए प्रथम चरण में 2-2 करोड़ रुपये आवंटित किया जाता है. इसके तहत आय सृजक अवसरों को पैदा करने,
अतिरिक्त विद्यालय व आंगनबाड़ी केंद्र की स्थापना कर शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने, अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र खोलने के साथ ही मुहल्लेवासियों को पक्का मकान, शुद्ध पेयजल, सड़क की बेहतर संरचना करना है. बताया जाता है कि केंद्र व राज्य सरकार के संयुक्त राशि से चलने वाले इस योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2015-16 में केंद्र सरकार 80 प्रतिशत एवं राज्य सरकार की 20 प्रतिशत भागीदारी थी. जबकि चालू वित्तीय वर्ष 2016-17 में इस योजना में राज्य सरकार की भागीदारी बढ़ा कर 40 प्रतिशत कर दी गयी.
अल्पसंख्यक मुहल्लों का हुआ चयन : अल्पसंख्यक गांवों के समुचित विकास को लेकर केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा अल्पसंख्यक बहुउद्देश्यीय विकास कार्यक्रम संचालित की गयी. जिसमें 50 प्रतशित से अधिक अल्पसंख्यक जनसंख्या वाले गांवों का चयन किया जाना है. वर्ष 2015 सर्वें के अनुसार प्रथम चरण में मुंगेर के नगर निगम क्षेत्र के 6 अल्पसंख्यक मुहल्ले तोपखाना बाजार, चुरंबा, पूरबसराय, कमेला रोड, दिलावरपुर एवं खानकाह का चयन किया गया था. जबकि जमालपुर नगर परिषद के वार्ड संख्या 18 का भी चयन किया गया था.
मुंगेर में चालू नहीं हुई योजना: सर्वे कर जिन गांवों का चयन किया गया उसे स्वीकृति के लिए राज्य अल्पसंख्यक कमिटी को भेज दिया गया था. राज्य कमिटी ने इसे स्वीकृति प्रदान कर अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय भारत सरकार को भेज दिया. लेकिन अबतक मुंगेर जिले के लिए केंद्र सरकार द्वारा राशि आवंटित नहीं की गयी. जिसके कारण मुंगेर जिले के अल्पसंख्यक इस योजना से वंचित रह रहे हैं.
मुंगेर नगर निगम के छह मुहल्लों हुआ था चयन
इन मुहल्लों व गांवों का हुआ था चयन
नगर निगम मुंगेर : तोपखाना बाजार, चुरंबा, पूरबसराय, पूरबसराय कमेला, दिलावरपुर, खानकाह
सदर मुंगेर : श्रीमतपुर, बरदह
जमालपुर : पड़हम, समसपुर, मुबारकचक, गुलालपुर, बनौधा
नगर परिषद जमालपुर: वार्ड नंबर 18
हवेली खड़गपुर : गौरा
असरगंज : आशा जोरारी, खरवा, गोरहो, बनगामा, विक्रमपुर
तारापुर : रामपुर विषय, गाजीपुर, लखनपुर, खानपुर
कहते हैं अधिकारी
जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी मो. खिलाफत अंसारी ने बताया कि एमएसडीपी योजना के तहत सर्वे कर जो रिपोर्ट नगर निगम, नगर परिषद, नगर पंचायत एवं प्रखंडों द्वारा गांवों का चयन कर भेजा गया. लेकिन अबतक इस योजना के तहत मुंगेर जिले के लिए राशि आवंटित नहीं की गयी है. राशि आवंटन के बाद ही योजना प्रारंभ हो पायेगा.
इन जिलों में चल रही योजना
अल्पसंख्यक बहुउद्देश्यीय विकास कार्यक्रम के तहत राज्य के कई जिलों को चयन किया गया. जिसमें मुंगेर जिला भी शामिल है. लेकिन मुंगेर को अबतक राशि आवंटित नहीं हुई है. जबकि भागलपुर, सीतामढ़ी, वेस्ट चंपारण, मधुवनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, दरभंगा, गोपालगंज, सीवान, बांका, वैशाली, समस्तीपुर, पूर्वी चंपारण, नालंदा, पटना, रोहतास और नवाद जिले के 75 प्रखंड एवं 8 नगर निगम क्षेत्र के चयनित अल्पसंख्यक गांवों में कार्यक्रम चल रहा है.

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