ड्यूटी से लापता चिकित्सकों की भेजें रिपोर्ट

मुंगेर : जिला पदाधिकारी उदय कुमार सिंह ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि महीनों से ड्यूटी से लापता सदर अस्पताल के चिकित्सकों के संदर्भ में अविलंब रिपोर्ट भेजे. ताकि उनके विरुद्ध कार्रवाई के लिए सरकार को अनुशंसा भेजी जाय. वे सोमवार को जिला समन्वय समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे. बैठक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 9, 2016 4:02 AM

मुंगेर : जिला पदाधिकारी उदय कुमार सिंह ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि महीनों से ड्यूटी से लापता सदर अस्पताल के चिकित्सकों के संदर्भ में अविलंब रिपोर्ट भेजे. ताकि उनके विरुद्ध कार्रवाई के लिए सरकार को अनुशंसा भेजी जाय. वे सोमवार को जिला समन्वय समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे. बैठक में अपर समाहर्ता ईश्वर चंद्र शर्मा, नगर आयुक्त एसके पाठक, जयंत कुमार, जिला आपूर्ति पदाधिकारी एके झा, डीइओ केके शर्मा, जिला कृषि पदाधिकारी केके वर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे.

बैठक के दौरान सदर अस्पताल के मॉनीटरिंग के लिए बनाये गये अस्पताल प्रबंधन कोषांग के नोडल पदाधिकारी नगर आयुक्त डॉ एसके पाठक ने बताया कि सोमवार को सदर अस्पताल के निरीक्षण के दौरान कई अनियिमतताएं पायी गयी. सबसे बड़ा मामला यह उजागर हुआ कि इस अस्पताल के डॉ आलोक, डॉ कुमार आशीष, डॉ रोहित निराला एवं डॉ आलोक (पैथोलॉजिस्ट) अप्रैल, जून-जुलाई माह से बिना सूचना के अनुपस्थित हैं. इस मामले को जिला पदाधिकारी उदय कुमार सिंह ने गंभीरता से लिया और आश्चर्य व्यक्त किया कि आखिर बिना सूचना के ये चिकित्सक कहां चले गये
और इनके विरुद्ध अबतक क्या कार्रवाई हुई है. सिविल सर्जन डॉ श्रीनाथ ने बताया कि इन चिकित्सकों के संदर्भ में विभाग को सूचित किया गया है. जिलाधिकारी ने तत्काल सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि वे अविलंब विभाग को भेजे गये रिपोर्ट की प्रति उपलब्ध करायें. ताकि स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को इन चिकित्सकों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए भेजा जाय. जिलाधिकारी ने चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों के लिए लगाये गये बायोमेट्रिक एटेंडेंस मशीन के खराब होने पर भी नाराजगी व्यक्त की.
धरोहरों को करें सुसज्जित
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि मुंगेर शहर के ऐतिहासिक धरोहरों को नगर निगम द्वारा सुसज्जित किया जाये. उन्होंने कहा कि मुंगेर में दर्जन भर ऐसे महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल हैं. जिसका विकास एवं सौंदर्यीकरण जरूरी है. इस दिशा में नगर निगम प्रशासन को पहल करनी चाहिए. ताकि मुंगेर के लोग अपने ऐतिहासिकता से रू-ब-रू हो सकें.
कार्रवाई में नहीं हो रहे सक्षम
जिला शिक्षा पदाधिकारी केके शर्मा ने जिलाधिकारी को बताया कि विभागीय नियमानुसार वे नियोजित शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई में सक्षम नहीं हो पा रहे. किसी भी मामले में अनियमितता पाये जाने पर नियोजित शिक्षकों के विरुद्ध समुचित कार्रवाई नहीं हो पा रही है. क्योंकि कार्रवाई का अधिकार नियोजित शिक्षकों के नियोजन इकाई के क्षेत्राधिकार में है. जिला पदाधिकारी ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी विद्यालयों का नियमित निरीक्षण करेंगे और अनियमितता पाये जाने पर कार्रवाई की जायेगी.
जांच में मिली अनियमितता
मुंगेर सदर अस्पताल की बदहाल व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए जिला पदाधिकारी द्वारा अस्पताल प्रबंधन कोषांग का गठन किया गया है. जिसके नोडल पदाधिकारी नगर आयुक्त डॉ एसके पाठक बनाये गये हैं. सोमवार को जब नगर आयुक्त ने सदर अस्पताल का निरीक्षण किया तो यहां अनियमितता ही अनियमितता पायी गयी. एक ओर जहां आउटडोर में कई चिकित्सक समय पर उपस्थित नहीं मिले. वहीं साफ-सफाई की व्यवस्था भी बदहाल थी. जांच के दौरान पाया गया कि सदर अस्पतला में पदस्थापित चार चिकित्सक महीनों से अनुपस्थित रह रहे हैं.
जिसमें डॉ आलोक 14 अप्रैल 2016 से, डॉ कुमार आशीष 20 मई 2016 से, डॉ रोहित निराला 7 जून 2016 एवं डॉ आलोक (पैथोलॉजिस्ट) 17 जुलाई से अनुपस्थित हैं. दूसरी ओर अस्पताल में चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों के लिए लगाये गये बायोमेट्रिक मशीन भी खराब पाया गया.

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