बाढ़ से बरबादी और बेबसी
तबाही . फिर बढ़ने लगा गंगा का जलस्तर, शहर से गांव तक हाहाकार जिले में पहले से ही जिले में बाढ़ ने तांडव मचा रखा है, उस पर पुन: गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी होने के कारण अब नये इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश करने लगा है. शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के बाढ़ […]
तबाही . फिर बढ़ने लगा गंगा का जलस्तर, शहर से गांव तक हाहाकार
जिले में पहले से ही जिले में बाढ़ ने तांडव मचा रखा है, उस पर पुन: गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी होने के कारण अब नये इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश करने लगा है. शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के बाढ़ प्रभावित इलाके के वैसे घर जहां कल तक बाढ़ का पानी नहीं पहुंचा था, वैसे घरों में भी गुरुवार को बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया़
मुंगेर : बाढ़ की त्रासदी मुंगेर में त्राहिमाम मचा दिया है. गुरुवार को पुन: गंगा का जलस्तर उफनने लगी और जलस्तर बढ़ कर 40.18 मीटर तक पहुंच गया. यहां गंगा खतरे के निशान से 85 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. ढाई सौ से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में है और लगभग 2.60 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. प्रशासनिक स्तर पर जो राहत व बचाव के कार्य चल रहे उससे महज 18 प्रतिशत लोगों को ही राहत पहुंच पा रही. आज भी 82 प्रतिशत लोगों तक राहत के हाथ नहीं पहुंच पा रहे. जिला प्रशासन ने नये स्थानों पर टेंट लगाकर राहत शिविर खोलने का निर्णय लिया है. इसके तहत हेरूदियारा शहीद स्मारक, बरियारपुर व धरहरा एनएच 80 के क्षेत्र में सड़क किनारे राहत शिविर खोले जायेंगे.
जिले के पांच प्रखंड मुंगेर सदर, जमालपुर, धरहरा, बरियारपुर एवं हवेली खड़गपुर का ढाई सौ गांव बाढ़ के चपेट में है. जिला पदाधिकारी उदय कुमार सिंह ने बताया कि अबतक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जिले में 2 लाख 55 हजार 800 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और 54 हजार 350 मवेशी बाढ़ प्रभावित हैं. उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 54 कैंप संचालित हो रहे. जहां 40,203 प्रभावित लोग शरण लिये हुए हैं. इन लोगों के लिए खाने, शुद्ध पेयजल व बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था की गयी है.
उदयपुर गांव में फंसे लोग
विभिन्न स्थानों का जलस्तर
स्थान जलस्तर
मुंगेर 40.18 मीटर
भागलुपर 34.68 मीटर
कहलगांव 32.75 मीटर
साहेबगंज 28.88 मीटर
बाढ़ के संदर्भ में प्रशासनिक आंकड़ें
कुल बाढ़ प्रभावित प्रखंड : 5
कुल बाढ़ प्रभावित गांव : 205
प्रभावित जनसंख्या : 2,55,800
प्रशासनिक राहत कैंप : 54
राहत कैंप में रह रहे : 40,203
खतरे के निशान से 85 सेमी ऊपर बह रही गंगा
मुंगेर में गंगा का जलस्तर जैसे ही 37.50 मीटर पार करती है, वैसे ही दियारा सहित अन्य इलाकों में तबाही मचने लगती है़ जानकारों की मानें तो जिले में खतरा का निशान काफी ऊपर दिया गया है. जिसमें संशोधन करने की जरूरत है़ खुद जिला पदाधिकारी उदय कुमार सिंह ने भी कहा है कि मुंगेर में डेंजर लेवल का पुनर्मूल्यांकन होना चाहिए. जिले में खतरा का निशान 39.33 मीटर दिया गया है़
जबकि डेंजर लेवल पहुंचने से पूर्व ही शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में पानी फैल चुका होता है. वर्तमान में गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी का रफ्तार जारी है और गुरुवार को वाटर लेवल 40.18 मीटर पहुंच गया. केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के अनुसार देर शाम के बाद मुंगेर में जलस्तर बढ़ोतरी की रफ्तार स्थित होने की संभावना है. क्योंकि इलाहाबाद से लेकर पटना तक गंगा के जलस्तर में कमी आने लगी है.