दिखने लगी बाढ़ की तबाही
मुंगेर : नाशकारी बाढ़ की विभिषिका खत्म हो चुकी है और अब तबाही का मंजर दिखने लगा है. कई क्षेत्रों में बाढ़ ने सड़क को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया तो सैकड़ों की संख्या में मिट्टी व फूस से बने घर ध्वस्त हो गये हैं. कहीं विद्यालयों की दीवारें दरक गयी है तो कहीं […]
मुंगेर : नाशकारी बाढ़ की विभिषिका खत्म हो चुकी है और अब तबाही का मंजर दिखने लगा है. कई क्षेत्रों में बाढ़ ने सड़क को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया तो सैकड़ों की संख्या में मिट्टी व फूस से बने घर ध्वस्त हो गये हैं. कहीं विद्यालयों की दीवारें दरक गयी है तो कहीं विद्युत सब स्टेशन की स्थिति बदहाल है. अब जबकि बाढ़ का पानी उतरने लगा है तो इसके क्षति का सही मूल्यांकन किया जाना है.
बाढ़ ने सिर्फ लोगों पर ही कहर नहीं ढाया. बल्कि सड़कों की स्थिति बी बद से बदतर कर दिया है. कई सड़क तो बाढ़ के बहाव में बह गये. जो अब दिखने लगा है. सड़क कटने से वाहनों के आवागमन में काफी दिक्कतें आ रही है, वहीं साइकिल व रिक्शा पार करना लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है.
सदर प्रखंड के चंडिका स्थान से टीकारामपुर की ओर जाने वाली सड़क कई स्थानों पर बह गया. जबकि हसनपुर से एनएच 80 को जोड़ने वाली पथ चिकदह पुल के समीप बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. यही हाल अधिकांश ग्रामीण संपर्क पथ का भी है. जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बरियारपुर प्रतिनिधि के अनुसार बाढ़ के कारण प्रखंड के दर्जन भर सड़क पुरी तरह से जर्जर हो गया है.
एनएच 80 से घोरघट-खड़िया अमैया पथ को बाढ़ के पानी ने बुरी तरह से क्षतिग्रस्त किया है. इस मार्ग में पुल नंबर 1 से लेकर भारतीय उच्च विद्यालय खड़िया तक बाढ़ के पानी में सड़क का दोनों किनारा कट गया. जिसके कारण सड़क छोटा हो गया. जबकि यह मार्ग खड़िया-पीपरा हॉल्ट से तारापुर में जाकर मिलता है. इसके साथ ही बरियारपुर-खड़गपुर मार्ग भी कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया है. अगर ग्रामीण सड़कों की बात करें तो दर्जनों ऐसे सड़क है जो बाढ़ में बह गया है.
कहीं बीच से सड़क ही गायब है तो कहीं सिर्फ पत्थर ही दिखायी दे रहा है. जिसके कारण आवागमन में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.