चार सदस्यों की जांच टीम पहुंची गोयनका मातृसदन

खंगाले नर्सिंग होम के रिकॉर्ड, चिकित्सकों व कर्मियों से की पूछताछ बच्चे की मौत का मामला मुंगेर : 27 अप्रैल को हुई एक नवजात की मौत को लेकर गठित चार सदस्यीय प्रशासनिक टीम गुरुवार को गोयनका मातृसदन में जांच पड़ताल की और नर्सिंग होम के रिकॉर्ड को खंगाले. इस दौरान नर्सिंग होम के चिकित्सकों, मेडिकल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 30, 2016 4:55 AM

खंगाले नर्सिंग होम के रिकॉर्ड, चिकित्सकों व कर्मियों से की पूछताछ

बच्चे की मौत का मामला
मुंगेर : 27 अप्रैल को हुई एक नवजात की मौत को लेकर गठित चार सदस्यीय प्रशासनिक टीम गुरुवार को गोयनका मातृसदन में जांच पड़ताल की और नर्सिंग होम के रिकॉर्ड को खंगाले. इस दौरान नर्सिंग होम के चिकित्सकों, मेडिकल स्टाफ व नर्सिंग स्टाफ से पूछताछ की. जांच टीम में डीडीसी रामेश्वर पांडेय, सीएस डॉ श्रीनाथ, महिला रोग विशेषज्ञ डॉ निर्मला गुप्ता व शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ अनिल कुमार शामिल थे़ टीम डीएम को रिपोर्ट देगी.
शहर के प्रसिद्ध गोमती गोयनका मातृ सदन में 26 अप्रैल 2016 को एक नवजात की मौत हो गयी थी. मृत नवजात बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष मो सलाम के रिश्तेदार फौजिया हसन का पुत्र था. मो सलाम के एक बड़े भाई मो हसन इमाम की पुत्री फौजिया हसन ने सीजीरियन पद्धति द्वारा 26 अप्रैल की शाम एक नवजात को जन्म दिया. जन्म के बाद नवजात का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहने के कारण उसे नर्सिंग होम में ही इंक्यूवेटर पर रखा गया.
पर उसकी तबीयत बिगड़ती चली गयी. दूसरी ओर इंक्यूवेटर में रखने के बाद भी समय पर चिकित्सक ने उसकी देखभाल नहीं की और बच्चे की मौत हो गयी. हालांकि परिजनों ने आरोप लगाया कि बच्चे के मौत के चार घंटे बाद उसे डेथ घोषित किया गया. इसमें अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी. अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ने इस मामले में डीएम को जांच के लिए पत्र लिखा था. इसके तहत डीडीसी के नेतृत्व में जांच टीम बनायी गयी थी.

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