आतंकियों तक पहुंचा मुंगेर निर्मित हथियार

अपराध. ढाका में हुए हमले में किया उपयोग एनआइए की टीम हिजबुल मुजाहिदिन, डी कंपनी के आतंकियों की खोज में मुंगेर भी पहुंच चुकी है. मुंगेर : बंगलादेश की राजधानी ढाका के एक बेकरी पर हुए आतंकी हमलों में मुंगेर निर्मित AK-22 का उपयोग होने का खुलासा हुआ है. इसके बाद देश-विदेश की नजर मुंगेर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 7, 2016 3:54 AM

अपराध. ढाका में हुए हमले में किया उपयोग

एनआइए की टीम हिजबुल मुजाहिदिन, डी कंपनी के आतंकियों की खोज में मुंगेर भी पहुंच चुकी है.
मुंगेर : बंगलादेश की राजधानी ढाका के एक बेकरी पर हुए आतंकी हमलों में मुंगेर निर्मित AK-22 का उपयोग होने का खुलासा हुआ है. इसके बाद देश-विदेश की नजर मुंगेर पर गड़ गयी है. यह पहला वाकया नहीं है जब आतंकी के हाथों मुंगेर का हथियार लगा है. एनआइए की टीम पहले भी हिजबुल मुजाहिदिन, डी कंपनी के आतंकियों की खोज में मुंगेर पहुंच चुकी है. मुंबई माले गांव बम बलास्ट में मुंगेर के बेलन बाजार के एक युवक की संलिप्तता की जांच में भी एनआइए की टीम मुंगेर आयी थी.
आतंकी व उग्रवादी संगठन को पहुंच रहा हथियार : कुछ वर्ष पूर्व एनआइए की टीम हिजबुल मुजाहिदीन के सदस्य मो सथाव की खोज में मुंगेर पहुंची थी. इसके बाद यह बात सामने आया कि मुंगेर के हथियार तस्करों का आंतकी व उग्रवादी संगठनों से है. 2007 में मुंगेर में एक युवक रंजीत कुमार पुलिस के हत्थे चढ़ा था.
उसके खाते पर दस दिन में मुंबई से 20 लाख रुपये डाले गए थे. मुंबई में पुलिस के हत्थे चढ़े बंसलाल की निशानदेही पर मुंबई पुलिस ने मुंगेर पहुंच कर रंजीत को गिरफ्तार किया था. बंसलाल ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया था कि मुंगेर से मंगाए पिस्टल को वह डी कंपनी के हाथों बेचता है. 2014 में पठान कोट रेलवे स्टेशन पर पाकिस्तानी आतंकी के कब्जे से AK-47 हथियार बरामद किया गया था. उसने बताया कि मुंगेर के एक दलाल ने यह हथियार उपलब्ध कराया था. कुछ वर्ष पहले पंजाब-जम्मू कश्मीर से लगे पाकिस्तानी सीमा पर मेड इन यूएसए लिखा हुआ हथियार बरामद हुआ था.
जांच में पाया गया कि हथियार मुंगेर से लाया गया था. इसके बाद धरहरा के जंगली इलाकों में छ: मिनीगन फैक्ट्री का उद‍्भेदन किया गया था. 2009 में बंगलादेश के तस्कर मो मन्ना को मुफस्सिल थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया. 2014 में नयारामनगर पुलिस ने आस्ट्रिया निर्मित ग्लाक पिस्टल बरामद किया. इस मामले में हवेली खड़गपुर के कुंदन मंडल को गिरफ्तार किया गया था. जांच में सामने आया था कि यह पिस्टल थाई पुलिस के एक अधिकारी से चोरी हुई थी.
जिसकी जांच अबतक चल रही है. सितंबर 2016 को कुंदन मंडल के सहयोगी को किशनगंज में चेक गणराज्य निर्मित ब्रेटा पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया गया. उसकी निशानदेही पर मुंगेर पुलिस ने कुंदन मंडल को गिरफ्तार कर किशनगंज पुलिस को सौंप दिया. मुंगेर में बंगलादेश के मिदनापुर निवासी प्रवीर दास, नेपाल के रामवरण महतो व चंद्रवीर को गिरफ्तार किया जा चुका है जो माओवादी यानी उग्रवादी संगठन के सदस्य थे.
तस्करों के संबंध आतंकी संगठन से
मुंगेर में अस्ट्रिया की रायल थाई पुलिस के एक अधिकारी से चोरी गई ग्लाक पिस्टल और फ्रेंच पिस्टल बरामद हो चुकी है. दिल्ली, यूपी, बंगाल, उड़ीसा, मध्यप्रदेश, पंजाब, महाराष्ट्र से लेकर जम्मू कश्मीर में मुंगेर का हथियार पकड़ा जा चुका है. मुंगेर में बंगलादेश, नेपाल के हथियार तस्करों की गिरफ्तारी ने यह साबित कर दिया है कि मुंगेर के हथियार तस्करों के संबंध आतंकी व उग्रवादी संगठन से है.

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