बढ़ी ठंड, ऊनी कपड़ों से सजा बाजार
मुंगेर : ठंड की शुरुआत होते ही शहर में ऊनी कपड़ों का बाजार सज गया है़ रंग-बिरंगे व लेटेस्ट डिजाइन के ऊनी कपड़ों से ने सिर्फ स्थायी दुकानें सज गयी है, बल्कि फटपाथी दुकानदारों ने भी कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है़ वहीं लोग शुरुआती दौर में ही लोग जमकर ऊनी कपड़ों की खरीदारी करने लगे […]
मुंगेर : ठंड की शुरुआत होते ही शहर में ऊनी कपड़ों का बाजार सज गया है़ रंग-बिरंगे व लेटेस्ट डिजाइन के ऊनी कपड़ों से ने सिर्फ स्थायी दुकानें सज गयी है, बल्कि फटपाथी दुकानदारों ने भी कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है़ वहीं लोग शुरुआती दौर में ही लोग जमकर ऊनी कपड़ों की खरीदारी करने लगे हैं. खासकर छोटे-छोटे बच्चों के लिए ऊनी कपड़ों की बिक्री जमकर हो रही है.
ऊनी कपड़ों से गरम हुआ बाजार: यूं तो अधिकांश दुकानदार नवंबर माह से पहले ही अपने दुकानों में ऊनी कपड़ों का स्टॉक कर लेते हैं. किंतु विलंब से ठंड की शुरुआत होने के कारण अब बाजार ऊनी कपड़ों से पट गया है़ स्थायी दुकानों में जहां कई ब्रांडेड ऊनी कपड़े उतारे गये हैं. वहीं फुटपाथी दुकानों पर भी आकर्षक ऊनी कपड़े लोगों को काफी भा रहे हैं. ऊनी कपड़े के व्यावसायी मो. आलम ने बताया कि लोग काडीगन, टॉप, कुरती, जायकेट, फ्रॉक व ओवरकोट लेना अधिक पसंद कर रहे हैं.
जिसके कारण युवतियों व महिलाओं का विशेष ख्याल रखा गया है़ वहीं पुरुष वर्ग कोट, ब्लेजर, जायकेट व ट्रैकसूट लेना पंसद कर कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि इसके अलावे काशमीरी शॉल का भी काफी डिमांड है़
स्थायी दुकानों को टक्कर दे रही फुटपाथी दुकान: स्थायी दुकानों में जहां ऊंचे कीमतों के ऊनी कपड़ों को उतारा गया है, वहीं फुटपाथी दुकानदार पहले के तरह ही चिफ एंड बेस्ट का फॉर्मूला अपनाये हुए हैं. जिसके कारण मध्यमवर्गीय खरीदारों का झुकाव फुटपाथी दुकानों पर अधिक दिख रहा है़ फुटपाथी दुकानदार जितेंद्र कुमार ने बताया कि स्थायी दुकानदार ब्रांडेड ऊनी कपड़ों को ऊंचे कीमतों पर बेचते हैं. किंतु फुटपाथी दुकान पर ऐसा नहीं है़ यह अलग बात है कि फुटपाथी ऊंचे कीमत वाले कपड़े बाजार में नहीं उतारते, क्योंकि बिक्री कम होने पर पूंजी फंसने का डर रहता है़ वे लोग कम मुनाफे पर ही कपड़ों की बिक्री करते हैं, जिसे छोटे- बड़े हर तबके के लोग बेहद पसंद करते हैं.
ऊनी कपड़ों से पटा बाजार.