मार्च 2017 तक आरआरआइ प्रोजेक्ट पूरा करें : जीएम
जमालपुर में डिरेलमेंट की घटना को लेकर रेलवे सख्त जमालपुर : पिछले चार नवंबर को जमालपुर रेलवे स्टेशन के इस्ट केबिन के निकट एक सवारी गाड़ी के डिरेलमेंट की घटना को लेकर रेलवे ने सख्त रूप अख्तियार किया है. इसका परिणाम है कि पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक घनश्याम सिंह ने आगामी मार्च 2017 तक हर […]
जमालपुर में डिरेलमेंट की घटना को लेकर रेलवे सख्त
जमालपुर : पिछले चार नवंबर को जमालपुर रेलवे स्टेशन के इस्ट केबिन के निकट एक सवारी गाड़ी के डिरेलमेंट की घटना को लेकर रेलवे ने सख्त रूप अख्तियार किया है. इसका परिणाम है कि पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक घनश्याम सिंह ने आगामी मार्च 2017 तक हर हालत में जमालपुर के आरआरआइ कार्य को संपन्न करने का निर्देश जारी कर दिया है. बताया जाता है कि जीएम के आदेश के आलोक में ही पिछले दो दिनों से युद्ध स्तर पर रेलवे पटरी के दोहरीकरण के कार्य को अंजाम दिया जा रहा है.
सोमवार को भी जेसीबी मशीन से बरियाकोल संरुग के निकट झाड़-झंकाड़ों की साफ-सफाई का कार्य चलता रहा. हालांकि इस बारे में कोई आधिकारिक टिप्पणी उपलब्ध नहीं हो पायी है, परंतु रेलवे के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि जमालपुर रेलवे स्टेशन के इस्ट केबिन के निकट 53498 डाउन जमालपुर-भागलपुर पैसेंजर ट्रेन के पटरी से उतरने की घटना को लेकर मुख्यालय द्वारा यह आदेश जारी किया गया है कि सेमाफोर सिगनलिंग के मैनुअल सिस्टम को जितनी जल्द हो बंद कर दिया जाये. उन्होंने बताया कि लगभग पांच वर्ष पूर्व ही
बरियाकोल सुरंग के समानांतर एक दूसरा सुरंग तैयार करने के साथ ही जमालपुर-रतनपुर के बीच रेल पटरी का दोहरीकरण के साथ ही डीजल शेड के लिए एक नई रेल पटरी बिछाने एवं आरआरआइ सिस्टम को पूर्ण करने की योजना को अब तक अंजाम तक नहीं पहुंचाया जा सका है. महाप्रबंधक ने इस कार्य में शिथिलता बरतने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए इस पूरी योजना को कार्च 2017 तक आवश्यक रूप से पूरा कर लेने का आदेश दे दिया है. उन्होंने यह भी बताया कि पूर्व में भी कई बार बरियाकोल सुरंग के निकट दक्षिण ओर एक नये सुरंग के खोदने के लिए कई बार टेंडर निकाला गया था.
परंतु हर बार किसी न किसी कारण से टेंडरर काम छोड़ कर भाग क्षड़ा हुआ था. इस क्रम में नये सिरे से ट्रेडर भी निकालने की प्रक्रिया जारी है. परंतु महाप्रबंधक ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि भले ही सुरंग के निर्माण में कुछ समय लगे, परंतु जमालपुर से रतनपुर के बीच रेल पटरियों के दोहरी करण का कार्य पूरा किया जाये. साथ ही यह भी आदेश है कि रतनपुर साइड से रेल की दूसरी पटरी को दूसरे सुरंग के प्रस्तावित स्थल तक पूरा कर लिया जाये. इसके साथ ही वर्तमान का जो डीजल शेड जाने वाली रेल पटरी है, उसका उपयोग जमालपुर साइड से नये प्रस्तावित सुरंग स्थल से मिला दिया जाये तथा डीजल शेड के लिए नई रेल पटरी बिछाने का कार्य आरंभ हो. इसी क्रम में रविवार से इस प्रोजेक्ट पर कार्य जारी है.
क्या है आरआरआइ प्रोजेक्ट
अभी तक जमालपुर स्टेशन में सिगनलिंग का कार्य मैनुअली किया जा रहा है. इस कार्य में मानव बल का उपयोग होता है. जबकि आरआरआइ अर्थात रूट रीले इंटरलॉकिंग सिस्टम पूर्ण रूप से कम्प्यूटराइज्ड होता है. यह पूरी तरह से इलेक्ट्रोनिक सिस्टम पर आधारित होता है. परंतु समस्या यह है कि रेलवे ट्रैक पूरा हो जाने के बाद ही सिगनलिंग सिस्टम को पूरा किया जा सकता है. इसीलिए पहले रेलवे पटरी बिछाने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है.