profilePicture

बरमसिया जंगल में नक्सलियों ने डाला डेरा बड़ी कार्रवाई को दे सकते हैं अंजाम

कुहासे करते हैं नक्सलियों की मददप्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीआजाद भारत में मुगलों ने मांगी भीख, अंग्रेजों ने 29 बेटों और पोतों का किया था कत्लमुगलकाल में ‘जजिया’ के अलावा देने पड़ते थे और भी कई प्रकार के टैक्स, क्या जानते हैं आप?Hindu Queens: महाराणा प्रताप की बेटी चंपा ने 11 साल की उम्र में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 14, 2016 6:36 AM

कुहासे करते हैं नक्सलियों की मदद

मुंगेर : मुंगेर जिला के सीमावर्ती बरमसिया पहाड़ के जंगल में नक्सलियों ने डेरा डाल दिया है. इस जत्थे में नक्सलियों के मारक दस्ता के साथ ही कुछ बड़े नेता भी जमे हुए हैं. जो ठंड व कुंहासों के बीच मुंगेर एवं लखीसराय क्षेत्र में किसी बड़ी बारदात को अंजाम देकर अपनी दमदार उपस्थित दर्ज करा सकते हैं.
प्राप्त समाचार के अनुसार, लखीसराय जिले के कजरा थाना क्षेत्र के बरमसिया पहाड़ पर लगभग 200 की संख्या में नक्सली जमे हुए हैं जो जमुई के लक्ष्मीपुर तक लगातार मार्च करते देखे गये. माना जा रहा है कि पीबीपीजे प्रमुख प्रवेश दा के नेतृत्व में नक्सलियों के मारक दस्ते को रोजाना यहां ट्रेनिंग दी जा रही है. इस दस्ते में पश्चिम बंगाल एवं उड़ीसा कैडेट के नक्सलियों की उपस्थिति सबसे अधिक है.
सूत्रों की मानें तो पूर्वोत्तर बिहार एवं झारखंड स्पेशल यूनिट के जमुई के पिंटू राणा, गिरीडीह की करुणा, प्रवक्ता अरविंद यादव एवं पश्चिम बंगाल के अनूप दा जैसे लीडर यहां डटे हुए हैं. इतना ही नहीं पंकज यादव, बालेश्वर कोड़ा ऐसे हार्ड कोर नक्सली यहां हैं जो लगातार मुंगेर एवं लखीसराय क्षेत्र के वैसे स्थानों की रेकी कर रहे हैं, जहां आसानी से घटना को अंजाम देकर अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकते हैं.
ठंड के मौसम में बढ़ जाती है सक्रियता : ठंड के मौसम में नक्सलियों की सक्रियता काफी बढ़ जाती है. इसका मुख्य कारण है कि इस मौसम में पुलिस के लिए जंगली क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाना कठिन होता है. कोहरे के कारण जंगली इलाके में विजिबिलिटी काफी कम हो जाती है और ऐसी परिस्थिति में पुलिसिया कार्रवाई नहीं के बराबर होती है. जबकि नक्सली पहले से पूरी तरह अलर्ट रहते हैं और वे आसानी से पुलिस के खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं. जबिक नक्सलियों के खिलाफ पुलिस को कार्रवाई करना सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी खतरनाक है.
ठंड में सर्च अॉपरेशन में होती है मुश्किल
लड़ैयाटांड थाना की हुई थी रेकी
जानकारों की मानें तो लड़ैयाटांड थाना की नक्सलियो द्वारा रेकी की गयी थी. लेकिन मुंगेर पुलिस को सूचना हो गयी और वहां सुरक्षा के दृष्टिकोण से अतिरिक्त पांच जवानों को तैनात कर दिया गया. जबकि पूर्व से तैनात सैप व बीएमपी जवानों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया.
छह जोड़ा नक्सलियों की हुई शादी
सूत्रों की मानें तो बरमसिया पहाड़ पर शादी समारोह का भी आयोजन किया गया. इसमें छह जोड़ा नक्सलियों की शादी करायी गयी. देर रात तक शादी समारोह की धूम रही.

Next Article

Exit mobile version