नक्सलियों को हथियार सप्लाई करता था बिहार पुलिस का यह जवान, खुलासा हुआ तो…

मुंगेर : पुलिस द्वारा बागेश्वरी गांव निवासी सीआरपीएफ का जवान पंकज मंडल के घर सोमवार को गुप्त सूचना पर पुलिस ने छापेमारी कर पुलिस राइफल के साथ ही एके 47 एवं इंसास के 43 जिंदा कारतूस बरामद किया था. गिरफ्तार पंकज मंडल की मां लीला देवी ने बताया कि उसका पुत्र एवं दामाद बिंदेश्वरी कुमार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 28, 2016 8:37 AM
मुंगेर : पुलिस द्वारा बागेश्वरी गांव निवासी सीआरपीएफ का जवान पंकज मंडल के घर सोमवार को गुप्त सूचना पर पुलिस ने छापेमारी कर पुलिस राइफल के साथ ही एके 47 एवं इंसास के 43 जिंदा कारतूस बरामद किया था. गिरफ्तार पंकज मंडल की मां लीला देवी ने बताया कि उसका पुत्र एवं दामाद बिंदेश्वरी कुमार एवं दमाद का भाई शेखर मंडल नक्सलियों को हथियार व कारतूस आपूर्ति करता है. बिंदेश्वरी ही राइफल लेकर यहां आता था और पंकज व शेखर के मार्फत हथियार की बिक्री करता था. यह राइफल व कारतूस भी उसके दामाद ने यहां लाकर रखा है.
शामपुर ओपी के बागेश्वरी गांव से सीआरपीएफ के जवान पंकज मंडल के घर से पुलिस राइफल व कारतूस बरामदगी मामले में आरोपित बिहार पुलिस जवान बिंदेश्वरी मंडल को मुंगेर पुलिस ने पटना से गिरफ्तार कर लिया. उससे पूछताछ की जा रही है. जबकि मामले में संलिप्त सीआरपीएफ के दोनों जवानों की गिरफ्तारी के लिए मुंगेर पुलिस ने कवायद तेज कर दी है. गिरफ्तारी की पुष्टि पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने की है.
पटना से बिंदेश्वरी गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने बताया कि बरामद राइफल पर पटना पुलिस बल का नंबर अंकित है. इसलिए यह पुख्ता हो गया कि बिंदेश्वरी मंडल ने ही राइफल चुरा कर यहां रखा था. वह पटना दंगा नियंत्रण सेल में पदस्थापित है. जिसकी गिरफ्तारी के लिए मुंगेर पुलिस की एक टीम को पटना भेजा गया और उसे गिरफ्तार कर मुंगेर लाया. उन्होंने बताया कि पूछताछ में बिंदेश्वरी मंडल पुलिस को भम्रित करने का प्रयास कर रहा है.
पटना पुलिस से मांगा गया स्पष्ट प्रतिवेदन
एसपी आशीष भारती ने कहा कि बिंदेश्वरी बचने के लिए तरह-तरह की बातें कर रहा है. बागेश्वरी से जो राइफल बरामद हुई है वह पटना से वर्ष 2012 में गायब हुई थी. चार वर्ष पुराना मामला होने के कारण उसके सत्यापन में थोड़ा वक्त लग सकता है. एसपी ने कहा कि पूरे मामले में सीआरपीएफ जवान पंकज मंडल की संलिप्तता के पुख्ता साक्ष्य एकत्रित किये जा रहे हैं.

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