दस वर्षों में नहीं मिल पायी पूअर हाउस को बिजली
हाल नगर परिषद के वार्ड संख्या दो का जमालपुर : एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के अंतर्गत हर घर बिजली दे रही है तो दूसरी ओर पिछले दस वर्षों से नगर परिषद जमालपुर के वार्ड संख्या दो स्थित पूअर हाउस में बिजली का कनेक्शन नहीं हो पाया है. इसके साथ ही यह […]
हाल नगर परिषद के वार्ड संख्या दो का
जमालपुर : एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के अंतर्गत हर घर बिजली दे रही है तो दूसरी ओर पिछले दस वर्षों से नगर परिषद जमालपुर के वार्ड संख्या दो स्थित पूअर हाउस में बिजली का कनेक्शन नहीं हो पाया है. इसके साथ ही यह वार्ड कई अन्य समस्याओं से जूझ रहा है.
नगर परिषद जमालपुर का वार्ड संख्या दो दौलतपुर रेलवे कॉलोनी तथा बड़ी आशिकपुर का आंशिक हिस्सा है. यहां की आबादी लगभग दो हजार आठ सौ है. इस वार्ड में नगर परिषद का ही पूअर हाउस है, जिसके बारे में बताया जाता है कि इसका निर्माण लगभग 20 लाख रुपये की लागत से पिछले दस वर्ष पहले ही कराया गया था. इस पूअर हाउस में केवल दलित एवं महादलित परिवार रहते हैं, जिनकी संख्या लगभग दो सौ हैं, खास बात यह कि इनमें से अधिकतर खुद नगर परिषद के सफाई मजदूर के रूप में ही कार्यरत हैं.
पूअर हाउस अपने आप में एक प्रश्न बना हुआ है, जहां बिजली तो नहीं ही है, यहां निवास करने वाले लोग खुले में शौच करने पर भी मजबूर है. वार्ड से एक बड़ा नाला गुजरता है, तो डीजल शेड से आरंभ होकर वार्ड संख्या 15, 5, 4, 3 से होते हुए इस वार्ड से गुजर कर वार्ड संख्या एक दौलतपुर तक जाता है. परंतु यह बड़ा तथा चमड़ा नाला अभी कच्चा ही है. सबसे हास्यापद बात यह कि वार्डसंख्या दो के जनवितरण प्रणाली के डीलर अपनी दुकान वार्डसंख्या सात में खोल रखा है, जहां पहुंचने के लिए इस वार्ड के गरीब गुरबों को रेल पटरी क्रॉस करने का जोखिम उठाना पड़ता है. इस संबंध में जानकारी देते हुए वार्डपार्षद फुलवंती देवी ने बताया कि पूअर हाउस में शौचालय के लिए कई बार कहा गया, परंतु कार्रवाई नहीं हो पाई. वार्डमें सौ फुट गुना सौ फुट की स्वयं नगर परिषद की ही जमीन उपलब्ध है. इस पर सामुदायिक भवन या बच्चों के पार्क की व्यवस्था की जा सकती है.