बिना इलाज कराये ही लौटे दर्जनों मरीज
मुंगेर : हड़ताल के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने अस्पताल के मुख्य द्वार को बंद कर दिया़ जिसके कारण प्रात: कालीन आउट डोर सेवा में इलाज कराने पहुंचे दर्जनों मरीज गेट के बाहर ही रह गये़ कई मरीज किसी प्रकार अस्पताल परिसर में प्रवेश कर भी गये, किंतु ओपीडी में चिकित्सक ही मौजूद नहीं थे़ जिसके […]
मुंगेर : हड़ताल के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने अस्पताल के मुख्य द्वार को बंद कर दिया़ जिसके कारण प्रात: कालीन आउट डोर सेवा में इलाज कराने पहुंचे दर्जनों मरीज गेट के बाहर ही रह गये़ कई मरीज किसी प्रकार अस्पताल परिसर में प्रवेश कर भी गये, किंतु ओपीडी में चिकित्सक ही मौजूद नहीं थे़ जिसके कारण घंटों इंतजार कर मरीज मायूस होकर बिना इलाज कराये ही वापस घर लौट गये़
बच्चे का कराना था इलाज. चुरंबा निवासी नुखसार परवीन ने बताया कि वह अपने बच्चे का इलाज कराने पहुंची थी़ परची तो किसी तरह कट गयी, किंतु ओपीडी में चिकित्सक के मौजूद नहीं रहने के कारण उनके बच्चे का इलाज नहीं हो पाया़
दर्द से परेशान होते रहे मरीज . बड़ी मिर्जापुर जमालपुर निवासी बिंदू देवी अपने पेट दर्द से काफी परेशान थी़ इमरजेंसी वार्ड के बेड पर लेटी हुई वह दर्द से कराहती रही, किंतु इसके इलाज के लिए चिकित्सक नहीं पहुंचे़
रिपोर्ट दिखाने के लिए लगाती रही चक्कर . शहर के शादीपुर निवासी शांति देवी को हड्डी में चोट लगी थी़ वह एक्स- रे करवा कर रिपोर्ट दिखाने के लिए अस्पताल परिसर में इधर से उधर चक्कर काटती रही़ लेकिन, उसकी रिपोर्ट नहीं देखी.
नहीं हो पायी ब्लड सूगर की जांच . मिल्कीचक निवासी ललिता देवी गुरुवार को अपने ब्लड सूगर का जांच करने सदर अस्पताल पहुंची़ जहां उन्होंने परची तो कटा लिया, किंतु उसे ओपीडी में चिकित्सक से मुलाकात ही नहीं हुई़