मछली उत्पादन में होगी वृद्धि, मिलेगा रोजगार
अवसर. मुंगेर में फिस फीड मिल खोलने का बना प्रोजेक्ट बिहार में मछली पालन को बढ़ावा देने व उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार ने राज्य में 5 यूनिट फिस फीड मिल यूनिट (मछली का भोजन तैयार करने का संयंत्र) लगाने का निर्णय लिया है. मुंगेर : मुंगेर में यूनिट खोलने को लेकर जिला मत्स्य […]
अवसर. मुंगेर में फिस फीड मिल खोलने का बना प्रोजेक्ट
बिहार में मछली पालन को बढ़ावा देने व उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार ने राज्य में 5 यूनिट फिस फीड मिल यूनिट (मछली का भोजन तैयार करने का संयंत्र) लगाने का निर्णय लिया है.
मुंगेर : मुंगेर में यूनिट खोलने को लेकर जिला मत्स्य विभाग द्वारा प्रोजेक्ट तैयार कर मुख्यालय भेजा गया है. यूनिट खुलने से मुंगेर में मछली उत्पादन में दो गुणा वृद्धि होने की संभावना है. साथ ही इससे रोजगार के भी अवसर पैदा होंगे. एक यूनिट पर 10 लाख रुपये खर्च होना है. जिस पर यूनिट लगानेवाले को आनुदान भी दिया जायेगा.
मुंगेर में सरकारी-गैर सरकारी 212 तालाब है. इसमें पारंपरिक तरीके से आज तक मछली पालन का कार्य किया जाता है. इन तालाबों से 10.20 हजार मीट्रिक टन मछली उत्पादन का लक्ष्य एक वित्तीय वर्ष में तय है. फरवरी माह में अब तक 7.50 हजार मिट्रिक टन मछली का उत्पादन किया जा चुका है. अगर मुंगेर में फिस फीड यूनिट लगता है तो आसानी से मछली पालकों को मछलियों का भोजन प्राप्त होगा और वे अपने मछलियों को भोजन खिला सकता है. यह फीड पूरी तरह से वैज्ञानिक तकनीक पर आधारित है. अगर पारंपरिक तरीके से हट कर फिस फीड मछली को खिलाया जायेगा तो इससे उत्पादन क्षमता में दोगुणा वृद्धि होगा. जिससे मछली पालक की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी और बाजार में लोगों को ताजा मछली मिलेगी. इतना ही नहीं फिस फीड यूनिट खुलने से कुछ लोगों की बेरोजगारी भी दूर होगी.
कहते हैं पदाधिकारी
जिला मत्स्य पदाधिकारी गणेश राम ने बताया कि मुंगेर से यूनिट लगाने के लिए प्रोजेक्ट तैयार कर मुख्यालय को भेज दिया गया है. फिस फीड यूनिट लगने से मछलियों को वैज्ञानिक तकनीक से तैयार खाना मिलेगा और उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी.