मुंगेर में बिना एलपीसी के नहीं बनेगा मकान का नक्शा नगर निगम

अगले वित्तीय वर्ष के लिए 37,287 रुपये के लाभ का बजट पारित मुंगेर : नगर निगम मुंगेर के अगले वित्तीय वर्ष 2017-18 का वार्षिक बजट 37,287 रुपये लाभ का पारित किया गया. शुक्रवार को नगर भवन में आयोजित बोर्ड की बैठक में अगले वित्तीय वर्ष के लिए आय-व्यय का ब्योरा प्रस्तुत किया गया और फिर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 11, 2017 5:33 AM

अगले वित्तीय वर्ष के लिए 37,287 रुपये के लाभ का बजट पारित

मुंगेर : नगर निगम मुंगेर के अगले वित्तीय वर्ष 2017-18 का वार्षिक बजट 37,287 रुपये लाभ का पारित किया गया. शुक्रवार को नगर भवन में आयोजित बोर्ड की बैठक में अगले वित्तीय वर्ष के लिए आय-व्यय का ब्योरा प्रस्तुत किया गया और फिर पार्षदों ने उसे पारित कर दिया. साथ ही निर्णय लिया गया कि अब बिना भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र के मकान का नक्शा पास नहीं होगा. बैठक की अध्यक्षता महापौर कुमकुम देवी ने की. जबकि उपमहापौर बेबी चंकी एवं नगर आयुक्त एसके पाठक मौजूद थे.
यूरिनल लगाने के लिए तैयार होगी सूची : पार्षद फैसल अहमद रूमी ने शहर में राहगीरों की परेशानी को देखते हुए यूरिनल का मुद्दा उठाया. जिस पर नगर आयुक्त ने कहा कि सभी पार्षद अपने-अपने वार्ड में यूरिनल के लिए सूची तैयार कर दें. साथ ही व्यक्तिगत, सामुदायिक एवं सार्वजनिक शौचालय के लिए भी सूची मांगी गयी. ताकि कोई व्यक्ति खुले में शौच नहीं जाय. इसमें ध्यान रखने को कहा गया कि जिन व्यक्ति के पास अपना जमीन नहीं है और वे शौचालय नहीं बनवा सकते हैं वैसे व्यक्ति को व्यक्तिगत या सामुदायिक शौचालय आवंटित किया जायेगा.
बिना एलपीसी का नहीं पास होगा नक्शा : नगर आयुक्त ने स्पष्ट किया कि अब निगम क्षेत्र में जितने भी मकान बनेंगे उसमें एलपीसी (भू स्वामित्व प्रमाण पत्र) देना अनिवार्य है. उन्होंने पार्षदों से कहा कि अब जिस भी व्यक्ति का आवेदन ले उसमें एलपीसी जरूर लें. नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव का स्पष्ट निर्देश है कि बिना एलपीसी का मकान का लाभ नहीं मिलेगा. साथ ही पार्षदों ने शौचालय निर्माण के राशि भुगतान में तेजी लाने की बात कही. निगम क्षेत्र में जहां भी सरकारी जमीन है वहां जागरूकता बोर्ड लगाकर लोगों को जागरूक किया जायेगा. साथ ही बिजली पोल पर लगे होर्डिंग व पोस्टर कंपनियों से राशि वसूली जायेगी.
भेजा गया प्रस्ताव : बैठक में बताया गया कि शहर के तीन पार्क श्रीकृष्ण सेवा सदन, कृष्ण वाटिका, नंदकुमार पार्क एवं सम्राट अशोक भवन के डीपीआर को तकनीकी अनुमोदन के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग को भेजा गया है. साथ ही शहर के पांच बड़े-बड़े नाले (आउटफोल) की मरम्मती के लिए डीपीआर तैयार कर विभाग को भेजने की बात कही गयी. बीआरजीपी द्वारा शहर में जलमीनार के लिए पांच स्थानों पर स्थल चयन करने बिहार राज्य जल पर्षद को सुपूर्द करने का निर्णय लिया गया. अंत में मेयर, नगर आयुक्त व पार्षदों ने अबीर-गुलाल लगाकर एक दूसरे को बधाई दी. मौके पर उपमहापौर बेबी चंकी, पार्षद सुजीत पोद्दार, राजेश ठाकुर, रवीश चंद्र वर्मा, हीरो यादव, तूफानी राउत, मो. शाहिद, गोविंद मंडल, राखी शर्मा, सोनी कुमारी सहित निगमकर्मी मौजूद थे.
पांच जगहों पर जलमीनार के लिए होगा स्थल का चयन
37,287 रुपये मुनाफे का बजट
बजट में 37,287 रुपये मुनाफा दिखाया गया. कुल आय 140 करोड़ 5 लाख 78 हजार 487 रुपये का आय और 140 करोड़ 5 लाख 41 हजार 200 रुपये व्यय का प्रारूप प्रस्तुत किया गया. बजट में बाढ़ के समय नागरिक सुविधा के लिए 5 लाख, पेंशन के लिए 3 करोड़, बकाया वेतन के मद में 7.26 करोड़ का प्रावधान किया गया. ताकि निगम के सेवानिवृत्त कर्मियों के भी परेशानी को दूर किया जा सके. विदित हो कि गत वित्तीय वर्ष 2016-17 में आय 134 करोड़ 45 लाख 7 हजार 458 रुपये एवं व्यय 134 करोड़ 44 लाख 75 हजार 543 रुपये था.
आय का 20% विकास में होगा खर्च
नगर आयुक्त एसके पाठक ने बजट पर चर्चा करते हुए कहा कि इस बार बजट में स्मार्ट सिटी को देखते हुए निगम अपने संसाधन से प्राप्त आय का 20 प्रतिशत राशि विकास के मद में भी खर्च करने का भी प्रावधान किया है. जो गत बजट में प्रावधान नहीं था. साथ ही सर्वधर्म समभाव को देखते हुए पर्व-त्योहारों में विशेष सफाई के लिए 7 लाख रुपये अतिरिक्त प्रावधान किया गया है. ताकि पर्व-त्योहार के दौरान सफाई में परेशानी नहीं हो. बाढ़ के दौरान शौचालय, ब्लीचिंग पाउडर, फॉगिंग सहित अन्य नागरिक सुविधा को लेकर भी 5 लाख रुपये की स्वीकृति दी गयी.

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