मुंगेर : भीमबांध प्रक्षेत्र में लैंड माइंस डिफ्यूज
हवेली खड़गपुर : मुंगेर के पूर्व एसपी केसी सुरेंद्र बाबू हत्याकांड जैसी वारदात को पुन: दोहराने की नक्सली रणनीति को सीआरपीएफ के जवानों ने शुक्रवार को विफल कर दिया. भीमबांध प्रक्षेत्र के बेलाटांड मुख्य सड़क में बिछाये गये लैंड माइंस को डिफ्यूज करते हुए सीआरपीएफ ने दस केजी का आइडी (केन बम) बरामद किया है. […]
हवेली खड़गपुर : मुंगेर के पूर्व एसपी केसी सुरेंद्र बाबू हत्याकांड जैसी वारदात को पुन: दोहराने की नक्सली रणनीति को सीआरपीएफ के जवानों ने शुक्रवार को विफल कर दिया. भीमबांध प्रक्षेत्र के बेलाटांड मुख्य सड़क में बिछाये गये लैंड माइंस को डिफ्यूज करते हुए सीआरपीएफ ने दस केजी का आइडी (केन बम) बरामद किया है.
मुंगेर के पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने इसकी पुष्टि की है.
बताया जाता है कि सीआरपीएफ कमांडर तुलसी के नेतृत्व में भीमबांध परिक्षेत्र में जवानों की ओर से सर्च अभियान चलाया जा रहा था. इसी दौरान गंगटा-जमुई मार्ग से भीमबांध जानेवाले मुख्य पथ बेलाटांड में लैंड माइंस की जानकारी मिली. काफी सावधानी व गहन जांच के बीच जवानों ने लैंड माइंस का पता लगा लिया और शक्तिशाली विस्फोट की बड़ी योजना को विफल कर दिया. माना जा रहा है कि लगातार नक्सलियों पर सुरक्षा बलों की दबिश से बौखलाये माओवादियों ने एक रणनीति के तहत भीमबांध-गंगटा मार्ग के कच्ची सड़क में लैंड माइंस लगा रखा था. ताकि बड़ी वारदात को अंजाम दिया जा सके, लेकिन समय रहते इसे डिफ्यूज कर दिया गया.
विदित हो कि इसी मार्ग में 5 जनवरी 2005 को नक्सलियों ने लैंडमाइंस माइंस विस्फोट कर मुंगेर के तत्कालीन आरक्षी अधीक्षक केसी सुरेंद्र बाबू सहित छह पुलिसकर्मियों को उड़ा दिया था. इसके बाद नक्सलियों ने भीमबांध पर कब्जा करते हुए अपना प्रशिक्षण केंद्र चला कर पुलिस प्रशासन के समकक्ष अपनी सेना तैयार कर लिया था.
बाद में 25 मई 2006 को भीमबांध के टूरिजम लॉज व कैफेटेरिया भवन को ध्वस्त कर दिया. इतना ही नहीं भीमबांध पर कब्जा बनाये रखने के लिए नक्सलियों ने बारी-बारी से भीमबांध का रेस्ट हाउस और विद्यालय भवन को उड़ाने से भी बाज नहीं आया. भीमबांध रेस्ट हाउस व बेलाटांड के बीच संपर्क पथ पर बने पुलिया को भी निशाना बना कर अपना साम्राज्य इस क्षेत्र में स्थापित कर लिया. वैसे सरकार ने जून 2013 में यहां सीआरपीएफ कैंप की स्थापना की और उसके बाद इस क्षेत्र में नक्सलियों पर नकेल कसा गया.