अधिकतर एटीएम में लगे रहे ताले, हुई परेशानी

बैंक के साथ ही एटीएम बंद रहने से रुपये के लिए भटकते रहे लोग मुंगेर : वैसे तो जिले भर में पिछले शनिवार से ही बैंक में छुट्टी है़ इस कारण लोगों को राशि निकालने का एक मात्र साधन एटीएम रह गया है़ किंतु मंगलवार को शहर में दर्जन भर से भी अधिक एटीएम में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 15, 2017 9:00 AM
बैंक के साथ ही एटीएम बंद रहने से रुपये के लिए भटकते रहे लोग
मुंगेर : वैसे तो जिले भर में पिछले शनिवार से ही बैंक में छुट्टी है़ इस कारण लोगों को राशि निकालने का एक मात्र साधन एटीएम रह गया है़ किंतु मंगलवार को शहर में दर्जन भर से भी अधिक एटीएम में ताले लगे रहे़ लोग एक स्थान से दूसरे स्थान तक एटीएम से राशि निकालने के लिए खाक छानते रहे, किंतु हर जगहों पर एटीएम का शटर गिरा ही रहा. इक्के-दुक्के स्थानों पर ही एटीएम खुले थे. एसबीआइ बाजार ब्रांच का एटीएम तो खुला था लेकिन दोपहर बाद उससे राशि निकलनी बंद हो गयी. दूसरी ओर आइसीआइसीआइ के बड़ी बाजार स्थित एटीएम में रुपये निकालने के लिए लोगों की लंबी कतार लगी थी.
दर्जन भर एटीएम रहे बंद
शहर के बड़ी बाजार स्थित एसबीआई मुख्य शाखा परिसर में कहने को तो दो-दो एटीएम लगे हुए हैं, किंतु सोमवार को दोनों ही एटीएम में ताले लगे हुए थे़ राशि की निकासी करने पहुंचे लोग एटीएम में ताला लटके देख बैरंग वापस लौट रहे थे़ वहीं गार्डन बाजार, शादीपुर रोड, पूरबसराय, कस्तूरबा वाटर वर्क्स एवं चौक बाजार स्थित एसबीआइ के एटीएम का शटर बंद था. दूसरी ओर पंजाब नैशनल बैंक मुख्य शाखा, ऐक्सिस बैंक बेकापुर, सेंट्रल बैंक बड़ा बाजार, बाटा चौक स्थित बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक सहित दर्जन भर से अधिक एटीएम बंद पाये गये़
आमजन परेशान
शहर में दर्जन भर से अधिक एटीएम बंद रहने से आमजनों को खासे परेशानियों का सामना करना पड़ा़ पूरबसराय निवासी मनोज कुमार ने बताया कि पहले से जेब में जो थोड़े-बहुत रुपये थे, वह होली में ही खत्म हो गये़ उन्हें रुपये की सख्त जरूरत है, किंतु कहीं भी एटीएम खुला नहीं मिल रहा़ गुलजार पोखर निवासी सुनीता देवी ने बताया कि उन्हें बाजार से कुछ जरूरी सामान खरीदना है, किंतु कहीं पर एटीएम खुला नहीं मिल रहा, जिसके कारण उन्हें काफी मुश्किल हो रहा है़ अंबे चौक निवासी गौतम कुमार ने बताया कि शनिवार से बैंक भी बंद पड़ा हुआ है और अब एटीएम में भी ताले लटके हुए हैं. ऐसे में रुपये के अभाव में जरूरी काम करने में काफी दिक्कत हो रही है़

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