2018 तक बनेगा बरियाकोल के समानांतर रेलवे सुरंग

जमालपुर : मालदा रेल मंडल के जमालपुर-रतनपुर रेलवे स्टेशनों के बीच दूसरा रेल सुरंग 2018 में बन कर तैयार हो जायेगा. यह सुरंग वर्तमान में विद्यमान बरियाकोल सुरंग के दक्षिणी ओर कुछ दूरी पर तैयार किया जायेगा. इसके लिए वन विभाग से रेलवे को अनुमति मिल गयी है. अब शीघ्र ही निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 20, 2017 6:02 AM

जमालपुर : मालदा रेल मंडल के जमालपुर-रतनपुर रेलवे स्टेशनों के बीच दूसरा रेल सुरंग 2018 में बन कर तैयार हो जायेगा. यह सुरंग वर्तमान में विद्यमान बरियाकोल सुरंग के दक्षिणी ओर कुछ दूरी पर तैयार किया जायेगा. इसके लिए वन विभाग से रेलवे को अनुमति मिल गयी है. अब शीघ्र ही निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ होने की उम्मीद है.

बरियाकोल सुरंग जमालपुर-भागलपुर रेलमार्ग पर स्थित है. जमालपुर रेलवे स्टेशन के पूर्वी केबिन से महज कुछ ही दूरी पर स्थित इस सुरंग का निर्माण जमालपुर रेल कारखाना के निर्माण के लगभग सात वर्ष पहले ही अंगरेजों द्वारा आरंभ किया गया था. जमालपुर रेल इंजन कारखाना की स्थापना वर्ष 1862 में की गयी थी, जबकि इस सुरंग के निर्माण का कार्य वर्ष 1855 में आरंभ किया गया था. जिसे उस समय की तकनीकी एवं अभियंत्रण के आधार पर वर्ष 1861 में पूरा कर लिया गया था.
बताया जाता है कि रेलवे को पिछले महीने ही वन विभाग द्वारा सुरंग निर्माण के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट प्राप्त हो चुका है. अब नये सुरंग के निर्माण के लिए विभाग द्वारा विभिन्न संबद्ध कार्यों का सर्वे का काम आरंभ किया जा रहा है. इसके तहत नये सुरंग का डिजाइन, सुरंग निर्माण के लिए किये
2018 तक बनेगा…
जानेवाले ब्लास्ट की क्षमता तथा निर्माण कार्य के दौरान ब्लास्ट किये जाने से वर्तमान सुरंग पर पड़नेवाले प्रभाव का आकलन किया जायेगा.
चार से छह माह में पूरा हो जायेगा काम : उपमुख्य अभियंता (निर्माण) जीतेंद्र कुमार ने बताया कि झारखंड के धनबाद स्थित सेंट्रल इंस्टिच्यूट ऑफ माइनिंग एंड रिसर्च के विशेषज्ञों द्वारा सर्वे का काम पूरा किया जायेगा. इस बीच आगामी कुछ महीने में निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी. वर्तमान टेक्नोलॉजी के आधार पर सुरंग निर्माण का काम चार से छह महीने में संपन्न हो जायेगा. 2018 के अंत तक निर्माण कार्य पूरा कर लिए जाने का लक्ष्य है.
नये सुरंग से क्या होगा फायदा : वर्तमान में जमालपुर से भागलपुर के बीच ट्रेनों की आवाजाही एकमात्र सुरंग के कारण प्रभावित होती है. इसी सुरंग से होकर अप एवं डाउन रूट की ट्रेनों का परिचालन होता है. लाइन क्लियर नहीं रहने की स्थिति में ट्रेनों को रतनपुर और जमालपुर के साथ ही आसपास के रेलवे स्टेशनों पर रोके रखा जाता है. दूसरे सुरंग के निर्माण होने से इस परेशानी के साथ ही साहेबगंज लूप लाइन के शेष बची रेलमार्गों के दोहरीकरण का काम भी पूरा कर लिया जायेगा.

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