नक्सली को देनी पड़ती है लेवी

खुलासा. एजेंसी के मुंशी की गिरफ्तारी से सामने आया सच सड़क निर्माण कर रहे एजेंसी के मुंशी की गिरफ्तारी से हुआ खुलासा एसपी ने भी लेवी के मामले को स्वीकारा मुंगेर : जिले के धरहरा, हवेली खड़गपुर एवं शामपुर थाना क्षेत्र पूरी तरह नक्सल प्रभावित है और इन क्षेत्रों में नागरिक सुविधा उपलब्ध कराने के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2017 4:57 AM

खुलासा. एजेंसी के मुंशी की गिरफ्तारी से सामने आया सच

सड़क निर्माण कर रहे एजेंसी के मुंशी की गिरफ्तारी से हुआ खुलासा
एसपी ने भी लेवी के मामले को स्वीकारा
मुंगेर : जिले के धरहरा, हवेली खड़गपुर एवं शामपुर थाना क्षेत्र पूरी तरह नक्सल प्रभावित है और इन क्षेत्रों में नागरिक सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने खजाना खोल दिया है. ताकि पिछड़े हुए क्षेत्र को विकसित किया जा सके. हर नक्सल प्रभावित गांवों को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए अरबों रुपये की लागत से सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है. लेकिन सरकार की यही राशि नक्सलियों को आर्थिक मजबूती भी प्रदान कर रही है. कार्य करने वाली एजेंसियों को काम कराने के एवज में माओवादियों को लाखों रुपये लेवी देनी पड़ती है. जिसने लेवी नहीं दिया उसके कार्यस्थल पर पहुंच कर माओवादी वाहनों को फूंक देते हैं और मजदूरों के साथ मारपीट की घटना भी की जाती है.
बिना लेवी के काम करना हुआ मुश्किल : विदित हो कि हवेली खड़गपुर में कुछ वर्ष पूर्व नक्सलियों ने लेवी नहीं देने पर जेसीबी मशीन को फूंक दिया था. साथ ही हवेली खड़गपुर के चानकेन बीयर एवं रतनी डेम निर्माण कार्य पटना के जार कंपनी द्वारा कराया जा रहा था. निर्माण स्थल पर नक्सलियों ने पहुंच कर मजदूरों के साथ मारपीट किया और हाइवा वाहन लेकर फरार हो गया. लंबे समय तक निर्माण कार्य बंद रहा. लेवी देने के बाद ही काम प्रारंभ हुआ. जानकार बताते हैं कि धरहरा, हवेली खड़गपुर, शामपुर ओपी, नयारामनगर एवं बरियारपुर के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में जो भी विकास कार्य हो रहा है उसमें ठेकेदार को लेवी देनी पड़ रही.
कार्य में मची है लूट : नक्सल प्रभावित क्षेत्र में जो भी निर्माण कार्य होता है उसमें गुणवत्ता को ताक पर रखकर कार्य किया जाता है. नक्सलियों को लेवी देकर ठेकेदार मनमाने तरीके से कार्य कराते हैं. नक्सलियों के भय से निर्माण कार्य से जुड़े सरकारी उपक्रम के अभियंता तक कार्य देखने नहीं पहुंचते हैं. इस कारण ठेकेदार निर्माण कार्य में जम कर दो नंबर कीसामग्री का प्रयोग करते हैं और औने-पौने की स्थिति में काम कर बिल निकाल लेते हैं.
लेवी के बल पर मजबूत हो रहा संगठन : नक्सल प्रभावित क्षेत्र के विकास कार्यों में मिलने वाली लेवी से नक्सली संगठन आर्थिक रूप से मजबूत हो रहा है. पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने ठेकेदार के दो मुंशी को नक्सली नेता अर्जुन कोड़ा को लेवी पहुंचाने के आरोप में एक लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया. इसके बाद आयोजित पत्रकार सम्मेलन में एसपी ने खुद कबूल किया कि भाकपा माओवादी मजबूती के लिए स्थानीय ठेकेदार से लेवी के तौर पर लाखों रुपये ले रहा है.
नक्सलियों का फरमान, लेवी दो काम कराओ
धरहरा प्रखंड के घटवारी से मथुरा कोड़ासी तक करोड़ों रुपये की लागत से सड़क का निर्माण कराया जा रहा है. इसका निर्माण मेसर्स निशांत कंस्ट्रक्शन बड़हिया द्वारा किया जा रहा है. एक सप्ताह पूर्व दो व्यक्ति ने कार्यस्थल पर पहुंच कर यह फरमान जारी किया कि ठेकेदार को बोल दो काम कराना है तो पांच लाख रुपये लेवी देना होगा. नहीं तो काम को बंद कर दे. पहले तो निर्माण एजेंसी के संवेदक इसे गंभीरता से नहीं लिया और अपनी शक्ति के साथ मुकाबला करने के लिए लाइसेंसी हथियार के कार्यस्थल पर पहुंचे. उन्हें लगा था कि स्थानीय अपराधी शायद रंगदारी मांग रहा है.
लेकिन जब पहाड़ से 30-40 की संख्या में हथियारबंद नक्सली दस्ता वहां पहुंचा और सभी को घेर लिया तो संवेदक के होश उड़ गये. नक्सलियों ने कहा कि लेवी नहीं दोगे तो राइफल जमा कर दो. इसके बाद सभी लोगों की घिग्घी बंध गयी और लेवी देने को राजी हो गये. बताया जाता है कि कार्य करने वाली एजेंसी के दो मुंशी गुरुवार को ढाई लाख रुपये लेकर नक्सलियों को लेवी देने जा रहा था. जिसे पुलिस ने रास्ते में ही दबोच लिया.

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