मातम में बदल गया शादी का माहौल
अनहोनी. शादी में शामिल होने आये थे बच्चे, गंगा में डूबने से हो गयी मौत मुंगेर : शहर के लल्लू पोखर निवासी शिव कुमार सहनी के घर शादी का माहौल शनिवार को पूरी तरह मातम में बदल गया. जिस घर में शहनाई बजने वाली थी वहां करुण-क्रंदन व चीख-पुकार से वातावरण गमगीन हो गया. महिलाएं […]
अनहोनी. शादी में शामिल होने आये थे बच्चे, गंगा में डूबने से हो गयी मौत
मुंगेर : शहर के लल्लू पोखर निवासी शिव कुमार सहनी के घर शादी का माहौल शनिवार को पूरी तरह मातम में बदल गया. जिस घर में शहनाई बजने वाली थी वहां करुण-क्रंदन व चीख-पुकार से वातावरण गमगीन हो गया. महिलाएं छाती पीट-पीट कर रो रही थी. जबकि पूरे मुहल्ले में मातम छाया था. तीन मासूम बच्चे की गंगा स्नान के दौरान गहरे पानी में चले गये. जिसमें दो बच्चों की मौत हो गयी. दिल दहला देने वाली इस घटना पर सबों की आंखें नम थी.
खगड़िया जिला जानी थी बरात: लल्लू पोखर निवासी शिव कुमार सहनी के पुत्र गौतम सहनी की शादी 30 अप्रैल को है. बारात खगड़िया जिले के गोगरी जमालपुर जाने वाली थी. इसमें शामिल होने के लिए परिजन एकत्रित हुए थे. भागलपुर के मोजाहिदपुर थाना के इस्ट रेलवे कॉलोनी उलटापुल दुर्गास्थान निवासी मनोज सहनी का पुत्र मनीष कुमार व लल्लू पोखर निवासी कैलाश सहनी का पुत्र गोकुल कुमार जो भागलपुर में रह कर पढ़ाई करता था.
शादी में भाग लेने के लिए मुंगेर आया था. लल्लू पोखर निवासी संजय सहनी का पुत्र सौरभ कुमार के साथ दोनों स्नान करने के लिए कंकड़ घाट गये. जहां गंगा में डूबने से मनीष व चंदन की मौत हो गयी. जबकि सौरभ मौत से जूझ रहा है.
तीनों बच्चे थे स्कूली छात्र: भागलपुर निवासी मनोज सहनी का पुत्र मनीष कुमार भागलपुर के शारदा शिक्षा बिहार स्कूल में कक्षा चार का छात्र था. जबकि मुंगेर निवासी कैलाश सहनी का पुत्र चंदन कुमार आठवीं कक्षा का छात्र था. सौरभ सेंट ज्यूटर्स लल्लू पोखर में पढ़ता है. तीनों बालक एक ही साथ गंगा स्नान को गये, जिसमें दो की मौत हो गयी.
परिजनों का रो-रो कर हो रहा बुरा हाल
हादसे से परिजनों में कोहराम मच गया है. पूरा परिवार जहां गमगीन है. वहीं मां और बहन अस्पताल परिसर में दहाड़ मारकर रो रही थी. मृतक मनीष की मां मामूली देवी एवं चंदन की मां लालमुनि देवी के चीत्कार से पूरा वातावरण द्रवित हो गया. चंदन की मां बार-बार बेहोश हो रही थी और एक ही बात दुहरा रही थी कि हमरा बेटा के काहे ले लेल्हो भगवान, बेटा की बिगाड़ने रहो हो भगवान…. इसके साथ ही परिवार की सभी महिलाएं दहाड़ मार कर रो रही थी. मनीष के पिता मनोज सहनी ने बताया कि उसे दो पुत्र व एक पुत्री है. इसमें बड़ा बेटा अनीष व छोटा मनीषा था, जो डूब गया. एक आठ वर्षीय पुत्री आरती है.
उन्होंने बताया कि वह फूल डेकोरेशन का काम कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. जबकि कैलाश सहनी मार्बल का काम करता है. उसे तीन पुत्र व दो पुत्री है. इसमें एक पुत्र चंदन कुमार की डूब कर मौत हो गयी.