किराया वसूलने के लिए रची अपहरण की साजिश
चचेरी बहन ने 14 साल से नहीं दिया था किराया भांजे को मिला कर किया अपहरण मांगी 50 हजार रुपये की फिरौती झरकहवा का भाई है अपहर्ता दीपक साह मामा-भांजे के षड्यंत्र को पुलिस ने किया विफल मुंगेर : शहर के कासिम बाजार थाना क्षेत्र के बीचागांव में एक अजीबोगरीब अपहरण की घटना हुई. एक […]
चचेरी बहन ने 14 साल से नहीं दिया था किराया
भांजे को मिला कर किया अपहरण
मांगी 50 हजार रुपये की फिरौती
झरकहवा का भाई है अपहर्ता दीपक साह
मामा-भांजे के षड्यंत्र को पुलिस ने किया विफल
मुंगेर : शहर के कासिम बाजार थाना क्षेत्र के बीचागांव में एक अजीबोगरीब अपहरण की घटना हुई. एक भाई ने अपने ही चचेरी बहन से मकान का किराया वसूलने के लिए भांजा को अपने पक्ष में कर झूठे अपहरण की घटना को अंजाम दिया. लेकिन पुलिसिया दबिश के कारण आखिरकार भांजे को बीच सड़क पर छोड़ दिया. पुलिस ने भांजे को बरामद कर लिया. लेकिन साजिशकर्ता मामा अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है.
प्राप्त समाचार के अनुसार, बीचागांव निवासी सविता देवी के युवा पुत्र अनिकेत साह का अपहरण सोमवार को हुआ. फोन कर उससे अपहर्ता 50 हजार फिरौती की मांग कर रहे थे. सविता देवी ने अपने ही चचेरे भाई दीपक साह पर कासिम बाजार थाना में आवेदन देकर बेटे के अपहरण का आरोप लगाया. अपहर्ता लगातार फोन कर फिरौती की रकम पहुंचाने के लिए दबाव बना रहा था. एएसपी हरि शंकर कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने कई जगहों पर छापेमारी की. पुलिसिया दबिश बढ़ने के साथ अपहर्ता ने अनिकेत को छोड़ दिया. पुलिस को अनिकेत मंगलवार की रात हेरूदियारा डकरा के पास से मिला. एएसपी हरि शंकर कुमार ने बताया कि सविता देवी अपने चाचा रामोतार साह के घर किराये में रहती थी. 14 साल से उसने किराया नहीं दिया था. इस कारण दीपक साह से उसकी हमेशा तकरार होती रहती थी. दीपक से सविता के पुत्र अनिकेत की खूब बनती थी. किराया वसूलने के लिए दीपक ने अनिकेत को मिला लिया और अनिकेत के अपहरण की कहानी गढ़ी. दोनों ने मिल कर सविता से अपहरण के नाम पर 50 हजार की फिरौती मांगी. उन्होंने बताया कि दोनों ने पैसे ऐंठने के लिए ऐसा किया था. दीपक साह कुख्यात अपराधी स्व सूरज साह उर्फ झरकहवा का भाई है. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.