पूर्व एमएलसी के घर 25 लाख की चोरी
जमालपुर : जमालपुर शहर के केशोपुर नाला पार स्थित कांग्रेस के पूर्व विधान पार्षद लक्ष्मी देवी के घर में शनिवार की देर रात अपराधियों ने ताला काट कर लगभग 25 लाख रुपये की संपत्ति चुरा ली. इसमें भारी मात्रा में सोने-चांदी के जेवरात, नकद व अन्य कीमती सामग्री शामिल हैं. घटना की सूचना मिलते ही […]
जमालपुर : जमालपुर शहर के केशोपुर नाला पार स्थित कांग्रेस के पूर्व विधान पार्षद लक्ष्मी देवी के घर में शनिवार की देर रात अपराधियों ने ताला काट कर लगभग 25 लाख रुपये की संपत्ति चुरा ली.
इसमें भारी मात्रा में सोने-चांदी के जेवरात, नकद व अन्य कीमती सामग्री शामिल हैं. घटना की सूचना मिलते ही रविवार की सुबह जमालपुर व फरीदपुर ओपी पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और चोरों की शिनाख्त के लिए कार्रवाई शुरू कर दी.
पूर्व एमएलसी कुछ दिनों पहले चिकित्सा के लिए चेन्नई गयी हुई थीं. इस बीच उनका मकान खाली पड़ा हुआ था. शनिवार की रात चोरों ने उनके मकान के मुख्य प्रवेश द्वार का ताला तोड़ दिया तथा मकान के अंदर प्रवेश कर गये.
अंदर जाकर चोरों ने दरवाजे को भीतर से बंद कर लिया और मकान के भीतर कुल पांच कमरे में रखे गोदरेज आलमारी सहित कई बक्से तथा तिजोरी को तोड़ डाला तथा वहां रखे कीमती सामान की चोरी कर ली. अपने काम को अंजाम देकर चोर मुख्य प्रवेश द्वार के ठीक बगल के दूसरे दरवाजे के रास्ते बाहर आये. इस बीच दरवाजे के भीतर लगने वाले मोटे डंडे को वे दूसरे दरवाजे के बाहर छोड़ गये. आसपास के लोगों ने मॉर्निंग वाक के दौरान जब उस मोटे डंडे को वहां देखा तो उनकी नजर मुख्य दरवाजे के टूटे ताले पर पड़ी और तब लोगों को चोरी की घटना का पता चल पाया.
घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के लोग घटनास्थल के पास पहुंचे. स्थानीय लोगों ने ही गृहस्वामी को फोन पर चोरी की सूचना दी. देर शाम पूर्व एमएलसी लक्ष्मी देवी अपने मकान पहुंची. उन्होंने बताया कि लगभग 25-30 लाख रुपये की चोरी हुई है. उन्होंने बताया कि तारगाछ काली स्थान नंबर-दो, जहां कार्तिक महीने में काली पूजा के दौरान माता काली की प्रतिमा स्थापित की जाती है और जहां की पूजा समिति की वे अध्यक्ष हैं, के तमाम जेवरात उनके ही मकान में रखे गये थे. चोरों ने माता के जेवरातों के साथ उनका व्यक्तिगत जेवरात और बहन के पुत्र की शादी के लिए रखे गये लगभग दो लाख रुपये कैश की भी चोरी कर ली. उन्होंने बताया कि चोर अधिकतर सोने के जेवरातों को ही ले गये जबकि कई चांदी के जेवरातों को छुआ भी नहीं. थानाध्यक्ष विश्वबंधु कुमार ने अपने दलबल के साथ मामले की जांच आरंभ कर दी. समाचार लिखे जाने तक प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया जारी थी.