बिना भवन बनाये ही गुरुजी ने निकाल लिये 89.95 लाख
14 विद्यालय के प्रधान पर दर्ज हो चुकी है प्राथमिकी पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई मुंगेर : विद्यालय शिक्षा का मंदिर होता है और वहां पढ़ाने वाले शिक्षक को भगवान का दर्जा मिला हुआ है. लेकिन आधुनिक युग के ये भगवान मंदिर को विकसित नहीं होने दे रहे हैं. जिले के 30 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक […]
14 विद्यालय के प्रधान पर दर्ज हो चुकी है प्राथमिकी
पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई
मुंगेर : विद्यालय शिक्षा का मंदिर होता है और वहां पढ़ाने वाले शिक्षक को भगवान का दर्जा मिला हुआ है. लेकिन आधुनिक युग के ये भगवान मंदिर को विकसित नहीं होने दे रहे हैं. जिले के 30 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक ऐसे हैं जो बिना भवन बनाये ही लाखों रुपये की राशि निकाल कर हजम कर गये. विभाग ने भले ही इनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने का निर्देश जारी कर रखा है. लेकिन अबतक मात्र 14 विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर ही प्राथमिकी दर्ज हो पायी है. गबन करने वाले प्रधानाध्यापक आज भी विद्यालय में डटे हुए हैं. लेकिन पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही.
89.950 लाख का गबन
सर्वशिक्षा अभियान के तहत भवनहीन प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय को भवन बनाने के लिए करोड़ों की राशि निर्गत किया गया. लेकिन 30 ऐसे विद्यालय हैं जहां के गुरुजी ने बिना भवन बनाये ही 89.95 लाख रुपये की निकासी कर ली. राशि का गबन वित्तीय वर्ष 2005-06 से वित्तीय वर्ष 2013-14 तक में किया गया है. इसमें कई ऐसे विद्यालय हैं जहां के प्रधानाध्यापक रिटायर्ड भी हो चुके हैं. जबकि तीन विद्यालय प्राथमिक विद्यालय काजो महतो टोला सदर प्रखंड, मध्य विद्यालय विजयनगर जमालपुर एवं मध्य विद्यालय बाड़ीचक धरहरा द्वारा राशि वापसी व अग्रेतर कार्य करने उपरांत 11.690 लाख की राशि का समायोजन किया गया.
विभाग के आदेश को ठेंगा
आदेश रहने के बावजूद गबन के आरोपी 13 विद्यालय के प्रधानों के खिलाफ अबतक संबंधित थानों में प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा सकी है. जो यह दरसाता है कि स्थानीय प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी आदेश को ठेंगा दिखा रहे हैं. सूत्रों की माने तो बीइओ संबंधित प्रधानाध्यापक के मेल आकर प्राथमिकी दर्ज नहीं करा रहे हैं.
पुलिस की सुस्ती से कार्रवाई अधर में
विभिन्न थानों में बीइओ द्वारा गबन के आरोप में एफआइआर दर्ज कराया गया है. लेकिन पुलिसिया कार्रवाई नगण्य है. जिसके कारण कई आरोपित गुरुजी सेवानिवृत्त हो चुके हैं, तो कई गुरुजी राशि गबन के बाद भी विद्यालय में डटे हुए हैं. कई का स्थानांतरण भी हो चुका है. कहा जा रहा है आरोपियों से पुलिस की गंठजोर होने के कारण कार्रवाई नहीं हो रही है. अगर पुलिसिया कार्रवाई नहीं हुई तो गबन के आरोपित एक के बाद एक सेवानिवृत्त हो जायेंगे और विभाग का लाखों रुपया डूब जायेगा.
कहते हैं डीइअो
जिला शिक्षा पदाधिकारी केके शर्मा ने कहा कि जिन विद्यालय के प्रधानाध्यापक भवन निर्माण की राशि गबन किया है उनके खिलाफ संबंधित बीइओ को प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है. जो बीइओ एफआइआर कराने में विलंब कर रहे है उनसे स्पष्टीकरण पूछा जायेगा और कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग ने कुछ गबन के आरोपित शिक्षक पर एफआइआर दर्ज करा रखा है. अब कार्रवाई तो पुलिस को ही करनी है.
कहते हैं पुलिस अधीक्षक
पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने कहा कि वर्षों पूर्व बीइओ द्वारा विभिन्न थानों में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है. इसकी वे समीक्षा करेंगे. कार्रवाई नहीं करने वाले थानेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी.
राशि निकासी के बाद भी भवन नहीं बनने पर विभाग द्वारा कई बार ऐसे विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को नोटिस किया गया. लेकिन उनके कानों पर जू तक नहीं रेंगी. सुनवाई नहीं होने पर विभाग द्वारा संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को ऐसे प्रधानाध्यापकों पर कानूनी कार्रवाई के लिए संबंधित थानों में प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश जारी किया है. जिसमें धरहरा के 9, बरियारपुर के 2, हवेली खड़गपुर के 2, टेटियाबंबर के 3, मुंगेर के 4, जमालपुर के 6 एवं असरगंज के 1 विद्यालय शामिल है.
लेकिन 27 में मात्र 14 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक पर ही अब तक प्राथमिकी दर्ज हो पायी है. जिसमें असरगंज के उत्क्रमित मध्य विद्यालय दुलहर, टेटियाबंबर प्रखंड के प्रावि बनगामा पश्चिम टोला, मवि भंडार, पीएस शिवनगर, मवि भंडार, मुंगेर सदर के म.वि. विजयनगर, प्रावि लालु महतो टोला, प्रावि मिल्कीचक नंबर-2,प्रा.वि. काजो महतो टोला, जमालपुर के म.वि. विजयनगर, बरियारपुर के उदू म.वि चिरैयाबाद, हवेलीखड़गपुर के प्रावि डंगराचक, मवि गोनई सहित अन्य शामिल है.