बायोमेट्रिक उपस्थिति नहीं बनाने वाले चिकित्सक व कर्मी पर होगी कार्रवाई : आयुक्त
मुंगेर प्रमंडल के आयुक्त संजय कुमार सिंह ने कहा कि लगातार शिकायतें मिल रही है कि सरकारी अस्पतालों में बायोमेट्रिक से चिकित्सक व कर्मी उपस्थिति नहीं बना रहे है. जो पूरी तरह से अनुचित है.
प्रतिनिधि, मुंगेर. मुंगेर प्रमंडल के आयुक्त संजय कुमार सिंह ने कहा कि लगातार शिकायतें मिल रही है कि सरकारी अस्पतालों में बायोमेट्रिक से चिकित्सक व कर्मी उपस्थिति नहीं बना रहे है. जो पूरी तरह से अनुचित है. ऐसा करने वाले चिकित्सक व कर्मी की पहचान पर उन पर कार्रवाई की जायेगी. वे बुधवार को प्रमंडलीय सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे. बैठक में आयुक्त के सचिव अरविंद कुमार, आरडीडी स्वास्थ्य सेवाएं डॉ बिरेंद्र कुमार मुख्य रूप से मौजूद थे. आयुक्त ने प्रमंडल के सभी जिलों में संचालित सदर अस्पतालों, अनुमंडल अस्पतालों तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों, नर्सों, फार्मासिस्टों, ड्रेसरों की उपलब्धता और बायोमेट्रिक उपस्थिति बनाने की जानकारी ली. जमुई सीएस ने बताया गया कि यहां के चिकित्सकों द्वारा बायोमेट्रिक उपस्थिति नहीं बनायी जा रही है, जिस वजह से अन्य कर्मियों द्वारा भी लापरवाही बरती जाने लगी है. जिस पर आयुक्त ने सभी जिलाधिकारियों को अस्पतालों में चिकित्सकों की बायोमेट्रिक उपस्थिति के लिए अस्पतालों का निरीक्षण करने तथा जो चिकित्सक अनुपस्थित रहते हैं अथवा बायोमेट्रिक उपस्थिति नहीं बना रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करें. लखीसराय, जमुई व बेगूसराय में जननी बाल सुरक्षा योजना के बैकलॉग पर नाराजगी जननी बाल सुरक्षा योजना की समीक्षा के क्रम में लखीसराय, जमुई व बेगूसराय के अधिक लंबित मामलों पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की और तत्काल विभाग से पत्राचार कर आवंटन प्राप्त कर बैकलाॅग भुगतान को खत्म करने का निर्देश दिया. उन्होंने आयुष्मान भारत योजना के तहत बनाये जा रहे कार्डाें की भी समीक्षा की और सभी सीएस को इसके लिए पात्र लाभुकों को कार्ड बनवाने का निर्देश दिया. साथ ही सभी संबद्ध निजी अस्पतालों में लाभूकों को इसका लाभ मिले इसका ससमय रिपोर्ट उपलब्ध कराने का आदेश दिया. सभी सीएस को सप्ताह में एक दिन दो पंचायतों में गोल्डेन कार्ड निर्माण के लिए शिविर लगाने का निर्देश दिया. साथ शिविर से पहले इसका व्यापक प्रचार प्रसार कराने का निर्देश दिया. आयुक्त ने कहा कि इस संबंध में सभी जिलाधिकारी को निदेश देते हुए पत्राचार करें कि वे अपने स्तर से सभी डीडीसी व बीडीओ एवं पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर शतप्रतिशत उपलब्धि हासिल करने का निर्देश दिया. आयुक्त ने स्पष्ट कहा कि अगर किसी भी चिकित्सकों द्वारा ओपीडी ड्यूटी में लापरवाही बरती जा रही है तो उनके खिलाफ कार्रवाई करें. जमुई, लखीसराय व शेखपुरा के ओपीडी प्रतिशत पर आयुक्त द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए उसमें सुधार का निर्देश दिया. जबकि किस वजह से ओपीडी सेवा बाधित हो रही है, उसकी जांच करें तथा संबंधित पदाधिकारियों एवं कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई करें. जमुई में सीटी स्कैन की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश मुंगेर. आयुक्त ने कहा कि रोगी कल्याण समिति की बैठक होना जरूरी है. जिला के अस्पतालों में डायलिसिस की जानकारी लेते हुए उन्होंने कहा कि सभी व्यवस्था तो ठीक है, लेकिन इसके लिए आरओ वाटर की जो व्यवस्था है, वह सही नहीं है. इस लिए इस व्यवस्था को दुरुस्त करें. सभी जिलों में सीटी स्कैन के संचालन का भी आयुक्त ने समीक्षा की. बताया गया कि जमुई को छोड़ सभी जिलों में इसका संचालन किया जा रहा है. जमुई में सीटी स्कैन संचालन करने का निर्देश दिया. कुछ अस्पतालों में एक्स-रे एवं अल्ट्रासाउंड व्यवस्था नहीं रहने पर आयुक्त ने उस व्यवस्था को बहाल करने का निर्देश दिया. ताकि मरीजों को कोई तकलीफ नहीं हो. पोषण पुनर्वास केंद्र पर निर्धारित 20 बच्चों के पुनर्वास की व्यवस्था के विरुद्ध कम बच्चों का पुनर्वास रहने पर आयुक्त ने नाराजगी व्यक्त किया और सभी डीएम को संबंधित आईसीडीएस डीपीओ को पत्राचार कर सीडीपीओ अथवा लेडी सुपरवाइजर के स्तर से कुपोषित बच्चों को चिह्नित करने तथा उनका पुनर्वासन पोषण पुनर्वास केंद्र में कराने के लिए निर्देश दिया. इसके अलावे उन्होंने सभी एनआरसी को बच्चों के भोजन के लिए दीदी की रसोई से टैग करने का निर्देश दिया. बैठक में सभी जिलों के सीएस, डीपीएम मौजूद थे.
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