सोशल मीडिया पर चल रहे मुंगेर विश्वविद्यालय के फेक अकाउंटों पर होगी कार्रवाई
मुंगेर विश्वविद्यालय के नाम से सोशल मीडिया पर कई फर्जी अकाउंट चलाये जा रहे हैं. जिसपर कई बार विद्यार्थियों के साथ फर्जीवाड़े के मामले भी सामने आ चुके हैं.
वाट्सअप, फेसबुक और टेलीग्राम पर एमयू के नाम से चल रहे दर्जनों फेक आईडी, प्रतिनिधि, मुंगेर. मुंगेर विश्वविद्यालय के नाम से सोशल मीडिया पर कई फर्जी अकाउंट चलाये जा रहे हैं. जिसपर कई बार विद्यार्थियों के साथ फर्जीवाड़े के मामले भी सामने आ चुके हैं. ऐसे में अब विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी ऐसे फर्जी अकाउंट चलाने वालों पर कार्रवाई करने के मूड में हैं. इसे लेकर कुलपति द्वारा विश्वविद्यालय के नोडल अधिकारी से जानकारी ली जा रही है. बता दें कि सोशल मीडिया के वाट्सअप, फेसबुक और टेलीग्राम पर एमयू के नाम से सालों से कई फर्जी अकाउंट चलाये जा रहे हैं. जिसमें कई फर्जी अकाउंट कॉलेजों के नाम पर भी है. जिसपर न केवल विश्वविद्यालय की सभी अधिसूचनाएं कॉलेजों और अधिकारियों के पास जाने से पहले पहुंच जाती है, बल्कि कई बार विश्वविद्यालय के समक्ष इन फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट पर विद्यार्थियों के साथ फर्जीवाड़े के मामले भी सामने आ चुके हैं. हालांकि सालों से खुद विश्वविद्यालय द्वारा एमयू के नाम से सोशल मीडिया पर चल रहे फर्जी अकाउंटों और इसके माध्यम से विद्यार्थियों के साथ हो रहे फर्जीवाड़े के प्रति भी पूरी तरह लापरवाह रहा है. कई बार विद्यार्थियों और आमलोगों के साथ फर्जीवाड़ा के मामले आने के बाद भी विश्वविद्यालय द्वारा कार्रवाई नहीं की गयी. शनिवार को ही कुलपति प्रो संजय कुमार चौधरी द्वारा इस प्रकार के मामले को गंभीरता से लिया गया. इसमें उनके द्वारा नोडल पदाधिकारी से जानकारी ली गयी. साथ ही इस संबंध में विस्तृत जानकारी देने का निर्देश दिया गया है. वहीं कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय व कॉलेजों के नाम से सोशल मीडिया पर जो भी फर्जी अकाउंट चलाये जा रहे हैं. उसपर विश्वविद्यालय द्वारा कार्रवाई की जायेगी.
कब-कब विश्वविद्यालय के सामने आये फर्जीवाडे के मामले
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साल 2019 में जमुई से दो युवक विश्वविद्यालय में निम्न वर्गीय लिपिक पद पर अपनी नियुक्ति को लेकर जाली नियुक्ति पत्र लेकर आया था. जिसमें कुलसचिव का हस्ताक्षर तक फर्जी तरीके से किया गया था. दोनों युवकों के अनुसार जमुई के ही एक व्यक्ति द्वारा लगभग 7 लाख रुपये एमयू में नियुक्ति को लेकर लिया गया था. – साल 2020 में दोबारा एक युवक का निम्नवर्गीय लिपिक पद पर विश्वविद्यालय में नियुक्ति को लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र आया था. जिसमें भी युवक द्वारा जमुई के ही एक व्यक्ति पर 7 लाख रुपये लेकर नियुक्ति किये जाने की बात कही गयी थी. – साल 2023 में कोशी कॉलेज, खगड़िया में पीजी में नामांकन को लेकर प्रक्रिया समाप्त होने के बाद भी नामांकन कराने की बात कहकर विद्यार्थियों से पैसे मांगे जा रहे थे. जिसमें खगड़िया के युवक द्वारा एमयू के नाम से टेलीग्राम ग्रुप पर नामांकन का दावा भी किया जा रहा था. इस मामले में विश्वविद्यालय के पास सभी साक्ष्य तक उपलब्ध थे.– साल 2023 में ही टेलीग्राम पर एमयू के नाम से चल रहे फर्जी अकाउंट पर मुंगेर के ही एक युवक द्वारा स्नातक और पीजी के लिये परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि समाप्त होने के बाद भी शैक्षणिक प्रक्रिया पूर्ण कराने का दावा किया जा रहा था. इस मामले में भी विश्वविद्यालय के पास सभी साक्ष्य उपलब्ध थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है