पक्का मकान के बजाय फूस की झोपड़ी में चल रहा आंगनबाड़ी केंद्र
समाज कल्याण विभाग का निर्देश है कि आंगनबाड़ी केंद्र पक्के के मकान में किराये पर संचालित किये जायेंगे.
समाज कल्याण विभाग के निर्देशों का नहीं हो रहा पालन, ठंड में फर्श पर बैठ कर शिक्षा ग्रहण कर रहे नौनिहाल
असरगंज. समाज कल्याण विभाग का निर्देश है कि आंगनबाड़ी केंद्र पक्के के मकान में किराये पर संचालित किये जायेंगे. लेकिन असरगंज प्रखंड में इस निर्देश को ठेंगा दिखाते हुए आंगनबाड़ी केंद्र मिट्टी, टीन के करकट एवं फूस की झोपड़ी में संचालित की जा रही है. इस ओर न तो आइसीडीएस की डीपीओ ध्यान दे रही है और न ही सीडीपीओ व महिला सुपरवाइजर. जिसका खामियाजा छोटे-छोटे नौनिहालों को भुगतना पड़ रहा है.अमैया पंचायत के संग्रामपुर गांव में आंगनबाड़ी केंद्र संख्या-73 सेविका अनिता कुमारी द्वारा मिट्टी एवं फूस की झोपड़ी में चलाया जा रहा है. ठंड के मौसम में बच्चे फर्श पर बैठ कर प्राथमिक शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. हाल यह है कि केंद्र पर शौचालय व शुद्ध पेजल की भी सुविधा नहीं है. असरगंज नगर पंचायत सहित ग्रामीण क्षेत्रों में कमोवेश सभी आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति यही है. जबकि समाज कल्याण विभाग का सख्त निर्देश है कि आंगनबाड़ी केंद्रों को कच्चे मकान के बदले पक्के मकान में शिफ्ट किया जाय. इसे लेकर महिला सुपरवाइजर द्वारा केंद्रों का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है. फिर भी पक्का मकान के बजाय आंगनबाड़ी केंद्र टीन के करकट व फूस की झोपड़ी में संचालित की जा रही है. इस संबंध में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी पुष्पा कुमारी ने बताया कि मेरे संज्ञान में कच्चे एवं फूस की झाेपड़ी में केंद्र संचालन का मामला सामने नहीं आया है. संज्ञान में आने पर केंद्र को पक्के मकान में शिफ्ट किया जाएगा.
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