मुंगेर ; बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति के आलोक में जिला आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन द्वारा अपने 18 सूत्री मांगों को लेकर 16 जुलाई को एक दिवसीय धरना दिया जाएगा. जिसे लेकर कर्मचारी यूनियन की ग्रामीण अध्यक्ष अंजुम आरा के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना का दिया गया. जहां यूनियन की सेविका और सहायिकाओं द्वारा सीडीपीओ के माध्यम से जिलाधिकारी एवं डीपीओ को मांग पत्र समर्पित किया गया.
यूनियन ग्रामीण अध्यक्ष ने बताया कि आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका के 18 सूची मांगों को लेकर चरणाबद्ध आंदोलन चलाया जा रहा है. जिसमें पहले 1 से 5 जुलाई तक सभी सेविका-सहायिकाओं द्वारा काला बिल्ला लगाकर कार्य किया गया. जिसके बाद 6 एवं 7 जुलाई को कलमबद्ध आंदोलन किया गया. जिसके बाद गुरूवार को एक दिवसीय धरना दिया गया. जिसमें सीडीपीओ के माध्यम से जिलाधिकारी तथा डीपीओ का मांग प्रत्र दिया गया. वहीं अब चरणाबद्ध आंदोलन के तहत 16 जुलाई को जिला मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना का आयोजन किया जाएगा. जहां जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री एवं विभाग को सलेख समर्पित किया जायेगा.
उन्होंने बताया कि सेविका-सहायिकाओं के 18 सूत्री मांगों में डीबीटी के लिए पंजीकृत लाभार्थियों की सूची सेविकाओं से प्राप्त कर सत्यापन कार्य परियोजना कार्यालय स्तर पर करने, लॉकडाउन के बाद डीबीटी सिस्टम समाप्त करने, आइसीडीएस के छह सेवाओं को छोड़कर सेविकाओं से अन्य कार्य नहीं कराए जाने, सेविका-सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने, सेविकाओं को 21 हजार और सहायिकाओं को 15 हजार का न्यूनतम मानदेय देने, 54 दिनों के हड़ताल के समझौते के शीध्र निष्पादन, अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि देने, पदोन्नति, पेशन सहित अन्य मांगे हैं. मौके पर सेविका ममता कुमारी, ईश कुमारी, प्रेमा कुमारी सहित अन्य मौजूद थी.