जिंदगी की जंग लड़ रहा गोली से घायल आठ वर्षीय अंशु
भागलपुर के एक निजी नर्सिंग होम में इलाजरत
धरहरा. धरहरा थाना क्षेत्र के गोविंदपुर गांव निवासी रौशन कुमार का आठ वर्षीय पुत्र अंशु कुमार भागलपुर के एक निजी नर्सिंग होम में जिंदगी की जंग लड़ रहा है. हालांकि उसकी स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है. इधर धरहरा थाना की पुलिस भागलपुर घायल बालक का फर्द बयान लेने के लिए गयी हुई है. लेकिन शाम तक उसकी नाजुक स्थिति रहने के कारण बालक का फर्द बयान नहीं हो सका था. बालक को गोली मारने वाले अपराधी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. विदित हो कि मंगलवार को गोविंदपुर गांव निवासी रौशन कुमार के घर में कुछ काम चल रहा था. घर के पास ही ठंड से बचने के लिए अलाव जल रहा था. जहां पर रौशन का आठ वर्षीय पुत्र अंशु कुमार अलाव सेक रहा था. उसी समय गांव के ही सूरज साव का बेटा नीतीश कुमार वहां पहुंचा. उसने आते ही अंशु को सिगरेट दुकान से लाने को कहा, लेकिन अंशु ने मना कर दिया. इससे आक्रोशित होकर नीतीश ने कमर से पिस्तौल निकाल कर अंशु के सिर में गोली मार दी. पिलेट उसके सिर में ही फंसा रह गया. इसके कारण सदर अस्पताल मुंगेर से उसे भागलपुर जएलएनएमसीएच अस्पताल रेफर कर दिया गया, लेकिन वहां बेहतर चिकित्सा नहीं मिलने के कारण परिजनों ने अंशु को भागलपुर के ही एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया. जहां उसका इलाज चल रहा है. उसकी स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है. इधर धरहरा थानाध्यक्ष धीरेंद्र कुमार पाठक ने बताया कि पुलिस टीम बालक का फर्द बयान लेने के लिए भागलपुर गयी है, जो अब तक वापस नहीं लौटी है. वैसे पुलिस ने इसको लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है.
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