मछुआरे के जाल में फंसा डॉल्फिन का बच्चा
सुरक्षित गंगा में छोड़ा
मुंगेर. मुंगेर गंगा में मछुआरे के जाल में बुधवार की सुबह डॉल्फिन का बच्चा फंस गया. उसे जागरूक मछुआरों ने जाल काट कर सुरक्षित जाल से मुक्त कराया और गंगा में छोड़ दिया. गंगा में जाते ही डॉल्फिन का बच्चा अठखेलियां करने लगा. बताया जाता है कि मछुआरों की टीम सोझी घाट पर गंगा में मछली मारने के लिए बुधवार की सुबह पहुंची. मछुआरों ने जब गंगा में मछली पकड़ने के लिए जाल फेंका और कुछ देर बाद जाल को बाहर खींचने लगे तो वह भारी लगा. मछुआरों को लगा कि आज अच्छी-खासी मछली जाल में फंसी है. जब जाल बाहर निकाला तो उसमें फंसे डॉल्फिन के बच्चे को देख मछुआरे अचंभित रह गये. मछुआरों ने जाल को काट कर डॉल्फिन के बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाला. इसके बाद उसे गंगा में छोड़ दिया. गंगा के पानी में जाते ही डॉल्फिन का बच्चा अठखेलियां करता हुआ गहरे पानी में चला गया. मछुआरा जितेंद्र कुमार ने बताया कि सुबह में मछली मारने के दौरान डॉल्फिन का बच्चा जाल में फंस गया, जिसे गंगा में सुरक्षित छोड़ दिया गया. जितेंद्र कुमार ने कहा कि वन एवं पर्यावरण विभाग द्वारा मुआवजे की राशि दिये जाने का प्रावधान भी है. इससे पूर्व भी एक डॉल्फिन के बच्चे को उनलोगों ने छोड़ा था, लेकिन अब तक उनको मुआवजा की राशि नहीं मिली. उन्होंने कहा कि सोझी घाट, बबुआ घाट एवं कष्टहरनी घाट एवं लालदरवाजा जहाज घाट गंगा में बड़ी संख्या में डॉल्फिन उपलब्ध है.