Bihar Tourism: कांवड़ियों के लिए बिहार सरकार का बड़ा तोहफा, तीर्थयात्रियों के सुविधा के लिए मिली करोड़ों की स्वीकृति
Bihar Tourism: बिहार सरकार ने कांवड़ियों को राहत देने के उद्देश्य से एक बड़ा कदम उठाते हुए मुंगेर के असरगंज में तीर्थयात्री शेड और कैफेटेरिया के निर्माण के लिए 14.88 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की है.
Bihar Tourism: बिहार सरकार ने कांवड़ियों को राहत देने के उद्देश्य से एक बड़ा कदम उठाते हुए मुंगेर के असरगंज में तीर्थयात्री शेड और कैफेटेरिया के निर्माण के लिए 14.88 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की है. बिहार पर्यटन मंत्री नितीश मिश्रा की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इस परियोजना का उद्देश्य हर साल श्रावण मास और अन्य धार्मिक अवसरों पर बाबा धाम जाने वाले करोड़ों भक्तों को स्थायी आवास और भोजन की सुविधा उपलब्ध कराना है.
पर्यटन मंत्री ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर जानकारी
पर्यटन मंत्री नितीश मिश्रा ने इस महत्वपूर्ण फैसले की जानकारी अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर साझा की. उन्होंने लिखा, मेरी हार्दिक इच्छा थी कि शिवभक्त कांवड़ियों की सुविधा के लिए स्थायी व्यवस्था की जाए. मुझे प्रसन्नता है कि सरकार ने इस दिशा में कदम उठाते हुए असरगंज में तीर्थयात्री शेड और कैफेटेरिया निर्माण के लिए 14.88 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है.
इस योजना के तहत मिलने वाली सुविधा
इस योजना के अंतर्गत मुख्य भवन (G+1), कैफेटेरिया भवन (0-1), चारदीवारी, लैंडस्केपिंग, जेनरेटर सेट, इन-कैंपस स्ट्रीट लाइट, सोलर पावर जेनरेशन, थीमेटिक गेट और पार्किंग जैसी सुविधाएं प्रस्तावित हैं. इस योजना का कार्यभार बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम को सौंपा गया है, और इसे आगामी 18 महीनों में पूरा किया जाएगा.
यात्रा के दौरान दिक्कतों का सामना करना पड़ता है
पवित्र श्रावण मास में देश के विभिन्न हिस्सों में कावड़ियों का जत्था शिवालयों का रूख करता है. इस पवित्र माह में कावड़िया भगवान भोलेनाथ की अराधना करते हैं और जलाभिषेक कर आशीर्वाद की कामना करते हैं. हालाकि इस दौरान पैदल चलने वाले कावड़ियों को तमाम तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसमें ठहरने, खाने-पीने या विश्राम करने से जुड़ी परेशानियां हैं. बिहार सरकार ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए कांवड़ियों को बड़ा तोहफा देने का निर्णय लिया है. नीतीश मिश्रा ने यह भी बताया कि निर्माण कार्य पूरा होने के बाद कांवड़ियों को इस सुविधा का लाभ मिलेगा जिससे उन्हें यात्रा के दौरान ठहरने और भोजन की चिंता से राहत मिलेगी.