Video: बिहार के मुंगेर में भी ध्वस्त हुआ पुल, बाढ़ की मार के बीच दो पंचायतों का खगड़िया के गोगरी से टूटा संपर्क
VIDEO: बिहार के मुंगेर में भी एक पुल ध्वस्त हो गया. बाढ़ की मार झेल रहे लोगों के लिए अब समस्या और बढ़ गयी है. जानिए पूरा मामला...
Bihar Bridge Collapse: बिहार में पुल गिरने की एक और घटना सामने आयी है. इन दिनों मुंगेर जिले में बाढ़ का संकट काफी अधिक गहराया हुआ है. गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी होने से पानी काफी तेजी से कई इलाकों में फैल गया है. इस बीच जिला अंतर्गत बरियारपुर प्रखंड के हरिणमार पंचायत और खगड़िया जिले के गोगरी के बीच गंडक नदी के एक धार पर बना पुल ध्वस्त हो गया है. बाढ़ के पानी की तेज धार को यह पुल नहीं सह सका और इसका हिस्सा पानी में विलीन हो गया. जिससे बड़ी आबादी प्रभावित हुई है.
मुंगेर में टूटा पुल, गोगरी से टूटा दो पंचायतों का संपर्क
बिहार के कई जिलों में बाढ़ का संकट गहराया है. मुंगेर में भी बाढ़ का संकट लोग झेल रहे हैं. इस बीच बरियारपुर प्रखंड के हरिणमार पंचायत और खगड़िया के गोगरी को जोड़ने वाला पुल ध्वस्त हो गया. जिससे हजारों लोगों के लिए अब समस्या बढ़ गयी है.दरअसल, मुंगेर जिले के बरियारपुर प्रखंड के दो पंचायत हरिणमार व झौवाबहियार गंगा के दूसरी छोर पर बसे हैं. इन पंचायतों के लोग खगड़िया जिले के गोगरी तक इस पुल से होकर जाते थे. गोगरी के लिए सड़क मार्ग इस पुल होकर ही जाता है. इन पंचायतों के ग्रामीणों के लिए अब गोगरी जाने के लिए नदी का रास्ता ही बचा है.
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दो पंचायतों का गोगरी से टूटा सीधा संपर्क
मुंगेर जिले के दो पंचायत हरिणमार व झौवाबहियार को जोड़ने वाला गोगरी-झौवाबहियार के बीच गंडक नदी पर बना यह पुल ध्वस्त हो गया. जिससे आवागमन ठप हो गया है. ग्रामीणों का दावा है कि इस रास्ते में कई और पुल आते हैं और उनकी हालत भी सही नहीं है. वो पुल भी कभी भी ध्वस्त हो सकते हैं.
करीब 80 हजार लोगों की बढ़ी परेशानी
मुखिया प्रतिनिधि ने कहा कि यह पुल अब ध्वस्त हो चुका है. गोगरी से यहां की जनता का संपर्क कुछ दिन पहले 20 सितंबर से ही टूट चुका था. एसडीआरएफ की टीम के साथ वहां गए थे लेकिन पानी का प्रेशर इतना अधिक था कि खतरे को देखते हुए आगे जाने से रोका गया. उन्होंने बताया कि इस पुल के टूटने से दोनों पंचायतों को मिलाकर करीब 80 हजार लोग प्रभावित हुए हैं. ग्रामीणों ने बताया कि पुल कल ही पानी में समा चुका था. जब जलस्तर थोड़ा घटा तो साफ दिखा कि पुल का हिस्सा नदी में समा चुका है.