Munger news : प्री माॅनसून ने जहां अपनी दस्तक दे दी है, वहीं मौसम विभाग के अनुसार, इसी माह 15 जून के बाद माॅनसून भी जिले में दस्तक देगा. ऐसे में अब जिले में डेंगू बीमारी भी अपने पांव पसारने की तैयारी कर रही है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही आनेवाले समय में मुंगेर जिले के लिए परेशानी बढ़ा सकती है. यह हाल तब है, जब प्री माॅनसून के साथ ही अप्रैल व मई माह में सदर अस्पताल में डेंगू के एक-एक संभावित मरीज इलाज के लिए आ चुके हैं. बीते दिनों जमालपुर स्टेशन पर ट्रेन में मृत मिला युवक भी डेंगू का संभावित मरीज था.
अप्रैल व मई में मिले डेंगू के एक-एक संभावित मरीज
करीब 16 लाख की जनसंख्या वाले मुंगेर जिले के सदर अस्पताल में अप्रैल व मई माह में डेंगू के दो संभावित मरीज इलाज के लिए भर्ती हो चुके हैं. इसमें 20 अप्रैल को जहां सदर अस्पताल में डेंगू का एक मरीज आया था, वहीं 18 मई को भी सदर अस्पताल में डेंगू का एक संभावित मरीज इलाज के लिए आ चुका है. इसकी जानकारी तक जिला मलेरिया विभाग को नहीं है.
ट्रेन में मिला मृत युवक भी था डेंगू का संभावित मरीज
बता दें कि 29 मई को भी 12336 डाउन लोकमान्य तिलक टर्मिनल-भागलपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस के एक जेनरल डिब्बे में भागलपुर जिले के घोघा निवासी 22 वर्षीय बबलू कुमार की यात्रा के दौरान मौत हो गयी थी. हालांकि, हीटवेव से युवक की मौत हुई थी, लेकिन उसके साथ यात्रा करनेवाले पीरपैंती के दो अन्य युवक बजरंगी कुमार और सचिन कुमार के अनुसार, बबलू ने बताया था कि कुछ दिनों पहले उसे डेंगू हो गया था और उसकी तबीयत ठीक नहीं थी. वह डेंगू के कारण बीमार पड़ने पर ही वह मुंबई से घर आ रहा था. युवक का शव जमालपुर स्टेशन प्रबंधन ने उसके परिजनों को सौंप दिया था, लेकिन इस दौरान डेंगू संभावित होने के बावजूद युवक की जांच नहीं की गयी थी.
केवल डेंगू दिवस पर ही चला जागरूकता अभियान
16 मई को जिले में राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया गया था. इस दौरान जागरूकता के कई कार्यक्रम आयोजित किये गये, लेकिन डेंगू की आशंका बढ़ने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग जरूरत के समय ही जागरूकता के प्रति पूरी तरह लापरवाह हो गया है. ऐसे में डेंगू के मामले बढ़ने के बाद लोगों के लिए जागरूकता कोई खास मायने नहीं रखेगी, क्योंकि साल 2023 में डेंगू के प्रति लापरवाही ने ही जिले में कहर ढाया था. इसमें न केवल 50 से अधिक डेंगू के कन्फर्म मरीज एलिजा जांच में मिले थे, बल्कि जिले में संभावित मरीजों का आंकड़ा 500 के पार चला गया था. इतना ही नहीं, साल 2023 में जिले के कई निजी नर्सिंग होम में 15 से अधिक डेंगू संभावित मरीजों की मौत भी हो गयी थी.
स्वास्थ्य विभाग कर रहा तैयारी
जिला वैक्टर जनित रोग पदाधिकारी डॉ अरविंद कुमार ने बताया कि डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी तैयारी की जा रही है.टॉमीफॉस और मेलिथियॉन कैमिकल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. पांच छिड़काव मशीन खराब होने के कारण दो मशीनों की खरीद की प्रक्रिया की जा रही है. शहरी क्षेत्र में निगम द्वारा फॉगिंग व छिड़काव किया जाना है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में मलेरिया विभाग व संबंधित क्षेत्र के पीएचसी द्वारा फॉगिंग व छिड़काव किया जाना है.