मुंगेर. टाटा एआइजी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लि. मुंगेर के एडवाइजर विनोद कुमार मेहता ने अपने ही कंपनी के मुंगेर ब्रांच मैनेजर निशांत कुमार पर 22 लाख रुपये ठगी का आरोप लगाया है. इस मामले को लेकर कोतवाली थाना में मैनेजर के खिलाफ कांड संख्या 335/24 दर्ज की गयी है. जिसकी पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है. कासिम बाजार थाना क्षेत्र के लल्लूपोखर अड़गरा रोड निवासी विनोद कुमार मेहता ने कोतवाली थाना में आवेदन देकर कहा कि वह टाटा एआइजी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लि. मुंगेर में एडवाइजर के रूप में कार्यरत है. इसी कंपनी में पूरबसराय थाना क्षेत्र के रिफ्यूजी कॉलोनी निवासी निशांत कुमार जायसवाल ब्रांच मैनेजर के पद पर कार्यरत है. इंश्योरेंस ऑफिस अंबे चौक शादीपुर में है. ऑफिस आने-जाने के क्रम में निशांत कुमार ने एनएफओ में पूंजी निवेश करने का प्रलोभन देकर गुमराह किया. मैंने अपनी पत्नी रंजू मेहता के यूनियन बैंक मुंगेर ब्रांच के चेक द्वारा विभिन्न डेट में निशांत कुमार के नाम पर रुपये दिया. उसके कहने पर उसी ऑफिस के स्टाफ के नाम पर भी चेक लेकर अपने अकाउंट में डाला तथा नकद 8 लाख 50 हजार रुपये टाटा एआइजी ऑफिस में लिया. मुझे साथ लेकर आइसीआइसीआइ बैंक मुंगेर ब्रांच गया और अपने अकाउंट में जमा किया. इस तरह उन्होंने मुझसे कुल 22 लाख रुपये का निवेश का रशीद बना दिया. 20-25 दिन बाद जब मैंने उनसे बांड पेपर मांगा तो वह टालमटोल करने लगा. जब मैंने बांड पेपर देने का दबाव बनाया तो उन्होंने गाली-गलौज किया और जान से मारने की धमकी दी. इसके बाद मुझे पता चला कि वह ठगी का शिकार हो गया. उसने धमकी दिया है कि ज्यादा बोलोगे और रुपये मांगोगे तो खोपड़ी खोल दूंगा.
कहते हैं थानाध्यक्ष
कोतवाली थानाध्यक्ष राजेश तिवारी ने कहा कि पीड़ित के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. जिसका अनुसंधान पुलिस टीम कर रही है.
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