भागलपुर-जमालपुर-किऊल रेलखंड के सभी 23 एलसी गेट पर बरती जा रही सावधानी

मालदा रेल मंडल के भागलपुर-जमालपुर-किऊल रेलखंड के सभी 23 एलसी गेट पर पैनी नजर रखी जा रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 2, 2024 10:55 PM

जमालपुर/धरहरा. मालदा रेल मंडल के भागलपुर-जमालपुर-किऊल रेलखंड के सभी 23 एलसी गेट पर पैनी नजर रखी जा रही है. वास्तव में पिछले सोमवार को जमालपुर किऊल रेलखंड के धरहरा-मसूदन रेलवे स्टेशन के बीच स्थित एलसी गेट संख्या 20 के निकट रेलवे ट्रैक के नीचे से मिट्टी धंस जाने के कारण ट्रेन परिचालन बाधित हो गया था. इसे लेकर यह सावधानी बरती जा रही है. बता दें कि नवनिर्मित अंडरब्रिज के दोनों ओर पानी जमा रहने के कारण खतरा बना हुआ है. सोमवार की घटना के बाद से रेलवे विभाग अंडरब्रिज के आसपास नजर बनाये हुई है. सनद रहे कि धरहरा व मसूदन रेलवे स्टेशन के बीच धरहरा महरना एलसी गेट संख्या 20 पर रोड अंडर ब्रिज का निर्माण कार्य चल रहा है. जहां सोमवार को बारिश का पानी के कारण पटरी के नीचे का गिट्टी पूरी तरह से धंस गया था. जमालपुर-भागलपुर रेलखंड पर नौ, जमालपुर-किऊल सेक्सन में 14 एलसी गेट यहां प्राप्त जानकारी में बताया गया कि साहिबगंज लूप लाइन अंतर्गत जमालपुर-भागलपुर रेलखंड पर कुल 9 एलसी गेट है, जबकि जमालपुर-किऊल रेलखंड पर एलसी गेटों की कुल संख्या 14 है. इसके अतिरिक्त जमालपुर- भागलपुर रेलखंड पर बरियारपुर, सुल्तानगंज और नाथनगर में एक-एक ओवरब्रिज है. जमालपुर-किऊल रेलखंड पर एकमात्र ओवरब्रिज जमालपुर में स्थित है. जबकि धनौरी और उरैन रेलवे स्टेशन में एक-एक एलएचएस अर्थात लिमिटेड हाई सब-वे है. ओवर ब्रिज अपेक्षाकृत अधिक सुरक्षित माना जाता है. जबकि एलसी गेट भी रेलवे द्वारा लगातार अपग्रेड किया जा रहा है. रेल कर्मियों की सूझबूझ से सोमवार की घटना की जानकारी मिली : डीआरएम सोमवार की घटना को लेकर रेलखंड के तमाम एलसी गेट पर पैनी नजर रखी जा रही है. मालदा के डीआरएम विकास चौबे ने बताया कि सोमवार को चौकीदार राजेश कुमार शर्मा ने धरहरा और मसूदन के बीच हाल ही में चालू की गयी सीमित ऊंचाई वाले सब-वे के पास कुछ असामान्य देखा. उन्होंने तुरंत वरिष्ठ अनुभव इंजीनियर अस्थाई मार्ग जमालपुर को इसकी सूचना दी. दूसरी तरफ लेवल क्रॉसिंग गेट के समीप ड्यूटी पर तैनात गेटमैन राजेश यादव ने स्टेशन मास्टर अभयपुर को उसे समय कोई ट्रेन नहीं भेजने के लिए सूचित किया था, लेकिन इस बीच एक ट्रेन पहले ही अभयपुर स्टेशन से निकल चुकी थी. ड्यूटी पर तैनात गेटमैन ने बैनर फ्लैग का उपयोग करके ट्रेन को पहले ही रोक दिया. इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारी और पर्यवेक्षक जमालपुर से घटनास्थल पर पहुंचे और क्षेत्र से गुजरने वाली ट्रेनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाया. उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्र में सीमित ऊंचाई वाले सब-वे हाल ही में चालू की गयी थी. इसलिए उस क्षेत्र में मिट्टी का बैठना एक स्वाभाविक घटना है और ऐसे सभी स्थलों की निगरानी ट्रैकमैन द्वारा 24 घंटे की जाती है.

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