Bihar News: दो दिनों के अवकाश के बाद मुंगेर विश्वविद्यालय व उसके कॉलेज गुरुवार से खुल रहे हैं, लेकिन चुनावी सरगर्मी व अप्रैल से जून तक छुट्टी की लंबी लिस्ट के बीच एमयू के कंधे पर जिम्मेदारियों का भी बड़ा बोझ है. इसे पूरा करना चुनौती भरा होगा. हालांकि पिछले कुछ समय से जिस प्रकार कई महत्वपूर्ण कार्यों को लेकर एमयू प्रशासन द्वारा लापरवाह रवैया अपनाया गया है. उससे एमयू के लिए परेशानी और अधिक बढ़ने वाली है.
चुनावी सरगर्मी के बीच अप्रैल से जून तक छुट्टी की लंबी लिस्ट
जमुई लोकसभा क्षेत्र में जहां 19 अप्रैल को आम चुनाव 2024 का मतदान होना है. वहीं मुंगेर लोकसभा में 13 मई को मतदान होगा. मतगणना 4 जून को होगी. ऐसे में अप्रैल से जून के बीच चुनावी सरगर्मी रहेगी. अप्रैल से जून के बीच एमयू में छुट्टी की लिस्ट भी काफी लंबी है. इसमें जहां अभी अप्रैल में दो रविवार के साथ तीन अवकाश हैं. वहीं मई माह में चार रविवार के अतिरिक्त कुल छह दिनों का अवकाश है. 1 से 30 जून के बीच तो एमयू और कॉलेजों में ग्रीष्मावकाश होगा.
कम समय में कई बड़ी जिम्मेदारियों का बोझ
एमयू के पास जहां अप्रैल से जून के बीच समय काफी कम है. वहीं विश्वविद्यालय के कंधों पर जिम्मेदारियों का भी बड़ा बोझ होगा. हालांकि अगस्त में वर्तमान कुलपति प्रो श्यामा राय के तीन साल का कार्यकाल भी पूर्ण होगा. इस दौरान एमयू के लिए सबसे प्रमुख जिम्मेदारी अपने कॉलेजों, शिक्षकों और कर्मियों को दिये गये लगभग 3.75 करोड़ रुपये के एडवांस राशि के सेटलमेंट की होगी. इसके लिए खुद कैग की टीम द्वारा एमयू से जानकारी मांगी गयी है. इसके अतिरिक्त एमयू के कंधे पर सीनेट चुनाव करा अपने लिए बजट पारित कराना भी बड़ी जिम्मेदारी होगी.