कर्मियों की लापरवाही व व्यवस्था पर बिफरे सिविल सर्जन
कर्मियों की लापरवाही व व्यवस्था पर बिफरे सिविल सर्जन
मुंगेर. फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत जिले में सोमवार 10 फरवरी से सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम आरंभ हो रहा है. जिसे लेकर रविवार को फाइलेरिया विभाग से सिविल सर्जन डा. विनोद कुमार सिन्हा ने पांच प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. हलांकि इस बीच विभाग के कर्मियों की लापरवाही तथा वहां की व्यवस्थाओं को देख सिविल सर्जन पूरी तरह बिफर गये. जिसके बाद सिविल सर्जन ने सभी कर्मियों को फटकार लगाते हुए व्यवस्था में सुधार का निर्देश दिया. सिविल सर्जन ने बताया कि वाहन जिले के सभी प्रखंडों के सभी पंचायतों एवं ग्रामों में जाकर लोगों को फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जागरूक करेगा. फाइलेरिया एक गंभीर, लेकिन रोके जाने योग्य बीमारी है. इसे जड़ से खत्म करने के लिए एमडीए/आईडीए कार्यक्रम के तहत सभी पात्र लोगों को दवा सेवन करना आवश्यक है. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. रामप्रवेश प्रसाद ने बताया की फाइलेरिया से बचाव के लिए पांच वर्षों तक लगातार इस दवा का सेवन करना जरूरी है. दवा सेवन के बाद कुछ लोगों को हल्का सिरदर्द, पेट दर्द या उल्टी जैसी हल्की प्रतिक्रिया हो सकती है, लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है. यह इस बात का संकेत है कि शरीर में पहले से फाइलेरिया संक्रमण मौजूद था. मौके पर सलाहकार पंकज कुमार प्रणव, राजकुमार, विक्रम प्रसाद, विद्या शंकर आदि मौजूद थे. बता दें कि प्रचार रथ को रवाना करने के पूर्व जब कर्मियों द्वारा सिविल सर्जन तथा जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी को हरी झंडी दिया गया तो झंडी देख तथा सोमवार को कार्यक्रम आरंभ करने को लेकर कर्मियों के बीच आपसी तालमेल नहीं होने के कारण दोनों अधिकारी बिफर गये. सिविल सर्जन और वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी ने सभी कर्मियों को फटकार लगाते हुये तत्काल कार्यालय की व्यवस्था सुधारने का निर्देश दिया. साथ ही कहा कि यदि कार्यालय की व्यवस्था और कर्मियों के कार्य प्रणाली में सुधार नहीं मिलता है तो कार्रवाई की जायेगी.
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