प्रतिनिधि, मुंगेर. सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिन्हा ने शनिवार को सदर प्रखंड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया. जहां जर्जर भवन में हजारों की संख्या में फेंके बच्चों को दी जाने वाली आयरन की दवा सहित अन्य दवाओं के रखरखाव पर नाराजगी जाहिर करते हुए फटकार लगायी. साथ ही एक सप्ताह के अंदर सभी दवाओं को व्यवस्थित करने तथा बच्चों के आयरन की दवाओं को एचडब्लूसी व आशा से वितरित करने का निर्देश दिया. सिविल सर्जन शनिवार को एसीएमओ डॉ आनंद शंकर शरण सिंह व जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो. फैजान आलम अशरफी के साथ सदर प्रखंड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. जहां ओपीडी के बगल में बने जर्जर भवनों में लाखों रुपये के बच्चों को दी जाने वाली आयरन की दवा सहित अन्य कई दवाएं फेंकी हुई मिली. जिसपर सिविल सर्जन पूरी तरह भड़क गये. इस दौरान सिविल सर्जन ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को एक सप्ताह के अंदर बच्चों को दी जाने वाली आयरन की दवाओं को संबंधित एचडब्लूसी और आशा के माध्यम से वितरित कराते हुए पीएचसी के लिये आवश्यक दवाओं को व्यवस्थित रखने का निर्देश दिया. सिविल सर्जन ने बताया कि पीएचसी पर सभी व्यवस्थाओं को दुरूस्त रखने और सभी कर्मियों को ससमय अपने कार्य स्थल पर उपलब्ध रहने का निर्देश दिया गया है. साथ ही एक सप्ताह बाद दोबारा पीएचसी का निरीक्षण किया जायेगा.
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