मिलरों के साथ बैठक कर सीएमआर की शत प्रतिशत आपूर्ति सुनिश्चित कराने का आयुक्त ने दिया आदेश
लखीसराय के बड़हिया व जमुई के लक्ष्मीपुर सहित कई प्रखंड के बीसीओ का रूका वेतन
– लखीसराय के बड़हिया व जमुई के लक्ष्मीपुर सहित कई प्रखंड के बीसीओ का रूका वेतन मुंगेर . धान अधिप्राप्ति एवं सीएमआर (कस्टम मिलिंग राइस) आपूर्ति को लेकर प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार सिंह ने सोमवार को विशेष बैठक बुलायी. जिसमें प्रमंडल के सभी जिला सहकारिता पदाधिकारी एवं राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधकों ने भाग लिया. उन्होंने निर्देश दिया कि मिलरों के साथ बैठक कर सीएमआर की शतप्रतिशत आपूर्ति सुनिश्चित करें. आयुक्त ने कहा कि सीएमआर (कस्टम मिलिंग राइस) आपूर्ति का राज्य स्तर का औसत 77 प्रतिशत है. जबकि बेगूसराय जिला को छोड़कर मुंगेर प्रमंडल के जिलों की उपलब्धि असंतोषजनक है. धान अधिप्राप्ति के उपरांत मिल से सीएमआर गोदाम में आया है या नहीं, इसकी पूरी जबावदेही संबंधित डीसीओ एवं डीएम एसएफसी की है. उन्होंने आदेश दिया कि संबंधित मिलरों के साथ बैठक कर दोनों अधिकारी शत प्रतिशत सीएमआर की आपूर्ति सुनिश्चित करायें. विदित हो कि मुंगेर जिला में 70 प्रतिशत सीएमआर आपूर्ति हुई है. जबकि लखीसराय में 71 प्रतिशत, खगड़िया में 72 प्रतिशत, जमुई में 73 प्रतिशत, शेखपुरा में 74 प्रतिशत सीएमआर आपूर्ति हुआ है. आयुक्त ने समय पर आपूर्ति नहीं करने वाले मिलरों पर कार्रवाई करने और दूसरे मिलरों से टैग कराने के निर्देश दिया. आयुक्त ने बड़हिया, लक्ष्मीपुर, शेखोपुरसराय, बेलदौर, परवत्ता, बछवाड़ा एवं अन्य के विरूद्ध 60 प्रतिशत के लक्ष्य के काफी पीछे रहने एवं कम उपलब्धि के कारण शत प्रतिशत सीएमआर प्राप्ति होने तक बीसीओ के वेतन भुगतान पर रोक लगाने का आदेश दिया गया. वहीं बछवाड़ा के बीसीओ शैलेंद्र कुमार द्वारा शून्य धान अधिप्राप्ति के कारण उनसे स्पष्टीकरण पूछते हुए उनके विरूद्ध कार्रवाई करने का निर्देश दिया. आयुक्त ने जमुई जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा उक्त जिले में दो पैक्सों द्वारा धान अधिप्राप्ति में अनियमितता की जानकारी के संदर्भ में जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया. आयुक्त ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे विशेष टीम गठित कर 15 दिनों के अंदर सभी पैक्सों द्वारा की गयी धान अधिप्राप्ति का भौतिक सत्यापन कराये. जितना धान अधिप्राप्ति पैक्सों द्वारा प्रतिवेदित किया गया है वह सही रूप में उपलब्ध है या नहीं, पैक्सों द्वारा मिलरों को धान की आपूर्ति की गई है या नहीं.
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