Munger News: मुश्किलों में घिर सकती हैं मुंगेर की पूर्व SP लिपि सिंह, SDO सहित 7 के खिलाफ परिवाद दायर
Munger News: 26 अक्तूबर की रात मुंगेर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस पिटाई में घायल बड़ी दुर्गा महारानी के कार्यकर्ता शादीपुर निवासी कैलू यादव उर्फ दयानंद कुमार ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मुंगेर के न्यायालय में परिवाद दायर किया है. इसमें तत्कालीन एसपी लिपि सिंह, वर्तमान एसडीओ खगेशचंद्र झा सहित सात लोगों को नामजद किया गया है.
Munger News: 26 अक्तूबर की रात मुंगेर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस पिटाई में घायल बड़ी दुर्गा महारानी के कार्यकर्ता शादीपुर निवासी कैलू यादव उर्फ दयानंद कुमार ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मुंगेर के न्यायालय में परिवाद दायर किया है. इसमें तत्कालीन एसपी लिपि सिंह, वर्तमान एसडीओ खगेशचंद्र झा सहित सात लोगों को नामजद किया गया है. उनके अधिवक्ता निर्मल कुमार ने न्यायालय में परिवाद दायर किया है. जिसका अभियोग पत्र संख्या 779/20 है.
परिवाद पत्र में एसपी लिपि सिंह, एसडीओ खगेशचंद्र झा सहित अन्य का जिक्र
कैलू यादव उर्फ दयानंद कुमार ने परिवाद पत्र में एसपी लिपि सिंह, एसडीओ खगेशचंद्र झा के साथ ही कृष्णा कुमार, धर्मेंद्र कुमार (दोनों व्यक्ति अपने को आरक्षी अधीक्षक का अंगरक्षक कहता है), कोतवाली थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह, कासिम बाजार थानाध्यक्ष शैलेश कुमार, मुफस्सिल थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार को आरोपी बनाया है.
परिवाद में उन्होंने कहा कि 26 अक्तूबर को बड़ी दुर्गा पूजा समिति के सदस्यों के साथ बड़ी माता रानी का विसर्जन कराने के लिए निश्चित मार्गों से होते हुए एमसीएन चैनल स्थित तिनबटिया पर दुर्गा माता की प्रतिमा को रखा गया. भक्तों द्वारा आरती का काम किया जा रहा था. उसी समय अभियुक्त आये व गाली देते हुए बर्बाद करने की धमकी दी. लाठी से प्रतिमा उठाने वाले कहार कार्यकर्ता और पूजा समिति के पदाधिकारियों को बेरहमी से मारना शुरू कर दिया.
परिवाद पत्र में किया यह जिक्र
भगदड़ होने के कारण सभी लोग इधर-उधर भाग गये. पुन: एसडीओ के पत्र के आलोक में सभी लोग एकत्रित होकर माता को कंधा पर उठाकर किसी तरह बाटा चौक के पास पहुंचे. वहां पर मां दुर्गा की महाआरती का कार्यक्रम होने वाला था. जैसे ही मां दुर्गा के प्रतिमा को रखा गया वैसे ही दीनदयाल चौक की तरफ से गोली की आवाज आयी और भगदड़ मच गयी.
तब सभी अभियुक्त वादी सहित समिति के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता पर लाठी-डंडा, बट से जान मारने की नीयत से मारने लगे. इससे वादी को कान, पीठ व शरीर के अन्य भाग पर काफी चोट लगी. वादी को अभी भी सुनाई नहीं पड़ रहा है तथा कान से रीम बह रहा है. इसका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है.
उचित कानूनी कार्रवाई करने की गुहार
अभियोगी थाना केस करने गये, लेकिन पुलिस के विरुद्ध केस होने के कारण उसे गाली देते हुए भगा दिया गया. तब अभियोगी ने मार से बेचैन रहने के कारण पहले इलाज कराया और जैसे ही ठीक होने पर और न्यायालय के अवकाश खत्म होने के बाद न्यायालय में केस किया. वादी ने अभियुक्तों के विरुद्ध संज्ञान लेकर उचित कानूनी कार्रवाई करने की कृपा करें.
Posted by: Thakur Shaktilochan