गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय सीमा के अंदर कार्य करें पूर्ण

बीएमआइसीएल के एमडी पहुंचे मुंगेर, मेडिकल कॉलेज निर्माण कार्य का लिया जायजा

By Prabhat Khabar News Desk | November 12, 2024 11:21 PM

मुंगेर. स्वास्थ्य विभाग की कार्यकारी एजेंसी बीएमआइसीएल ने जमालपुर प्रखंड के बांक पंचायत के मंगरापोखर में मुंगेर मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य आरंभ कर दिया है. पहले फेज के लिए 603.68 करोड़ की लागत से काम हो रहा है. निर्माण को लेकर सरकार ने पहले फेज में 20 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है. मंगलवार को बीएमआइसीएल के एमडी धर्मेंद्र कुमार ने मुंगेर पहुंचकर मेडिकल कॉलेज भवन निर्माण कार्य का जायजा लिया. जहां उन्होंने बीएमआइसीएल के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुमित कुमार को निर्धारित समय सीमा के अंदर गुणवत्तापूर्ण कार्य को पूर्ण करने का निर्देश दिया.

बीएमआइसीएल के एमडी धर्मेंद्र कुमार, प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुमित कुमार, डीजेएम पंकज कुमार, डीजेएम मुख्यालय विकास कुमार तथा डीजेएम डिजाइन चंद्रशेखर कुमार के साथ मंगरा पोखर में बन रहे मेडिकल कॉलेज निर्माण कार्य का जायजा लिया. इस दौरान मेडिकल कॉलेज के लिए प्रस्तावित कार्य तथा वर्तमान में चल रहे बाउंड्री वॉल और जी 2 वाले स्टॉफ क्वार्टर के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कार्य की गुणवत्ता तथा निर्धारित समय सीमा के अंदर कार्य पूर्ण किये जाने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज निर्माण कार्य के लिए दो साल की समय सीमा रखी गयी है. इस दौरान ही कार्य को पूरा किया जाना है. इसके लिए सरकार से राशि की स्वीकृति भी मिल चुकी है. ऐसे में कार्य प्रभावित नहीं होना चाहिये. वहीं निरीक्षण के उपरांत बीएमआइसीएल के अधिकारियों ने जिलाधिकारी से मुलाकात की और मेडिकल कॉलेज निर्माण कार्य को लेकर चर्चा की.

पहले फेज में 20 करोड़ रुपये के व्यय की मिली है स्वीकृति

मुंगेर मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिये स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव शशांक शेखर सिन्हा ने पूर्व में ही महालेखाकार पटना को पत्र भेजा था. इसमें कहा गया था कि राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल मुंगेर के निर्माण को लेकर बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड पटना से तकनीकी अनुमोदन प्राप्त है. इसके मॉडल प्राक्कलन के आधार पर कुल 603 करोड़ 68 लाख रुपये लागत की प्रशासनिक स्वीकृति सरकार द्वारा दी गयी है. इसके विरुद्ध वित्तीय वर्ष 2024-25 में भारत सरकार द्वारा सूद रहित 50 वर्षीय ऋण के रूप में स्वास्थ्य विभाग को इस परियोजना के लिए कुल 20 करोड़ रुपये मात्र के व्यय की स्वीकृति पहले फेज में दी गयी है.

1.19 लाख वर्गमीटर में होना है मेडिकल कॉलेज का निर्माण

बीएमआइसीएल की ओर से दिये गये मॉडल के आधार पर तैयार प्राक्कलन में नेशनल मेडिकल काउंसिल के गाइडलाइन को ध्यान में रखा गया है. चिकित्सा महाविद्यालय के ग्रामीण क्षेत्र में होने के कारण सभी छात्र-छात्राओं के लिए कुल 830 बेड एवं आवासीय भवन का प्रावधान किया गया है. प्राक्कलन में भवन निर्माण के अतिरिक्त चिकित्सीय उपकरण, फर्निचर, 11 मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर, सभी बेड प मेडिकल गैस पाइपलाइन, सीएसएसडी, लाउड्री, किचन आदि का प्रावधान भी किया गया है. जबकि प्राक्कलन के अनुसार मेडिकल कॉलेज व अस्पताल निर्माण की लागत प्रति वर्गफीट 3700 रुपये है. आवासीय एवं छात्रावास भवन की लागत प्रति वर्गफीट 2767 रुपये है, जो लिफ्ट के साथ है. इस परियोजना में भवन निर्माण का कुल क्षेत्रफल 1,19,414 वर्गमीटर है.

630 बेड वाला होगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल

सरकार की ओर से जारी मॉडल के अनुसार मुंगेर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में 630 बेड की व्यवस्था होगी. इसका निर्माण 56,700 स्क्वायर मीटर एरिया में किया जाना है. इसके लिए कुल 235 करोड़ 61 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है. वहीं 150 सीटों पर नामांकन की क्षमता वाले मेडिकल कॉलेज का निर्माण 23,650 स्क्वायर मीटर एरिया में 92 करोड़ 80 लाख की लागत से किया जायेगा. इसके अतिरिक्त इसके लिए हॉस्टल, इंटर्न हॉस्टल व आवासीय भवन होगा. जबकि मेडिकल कॉलेज के साथ बनने वाले 630 बेड के हॉस्पिटल में मरीजों के परिजनों के लिए 100 बेड वाली आवासीय सुविधा भी उपलब्ध होगी. इसका निर्माण 2,535 स्क्वायर मीटर एरिया में 7 करोड़ 46 लाख रुपये की लागत से होगा.

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