मुंगेर. एक्टू के आह्वान पर बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ मुंगेर इकाई के बैनर तले रसोइया ने शनिवार को समाहरणालय के समक्ष प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी रसोइया को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने एवं मानदेय 1650 रूपये से बढ़ाकर 10 हजार करने की मांग कर रहे थे. बाद में एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी से मिलकर अपने 11 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा. सर्वप्रथम रसोईया जयप्रकाश उद्यान के समीप एकत्रित हुए. जहां से विद्यालय रसोइया संघ के बैनर तले रैली निकाली और सभी अपनी 11 सूत्री मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए समाहरणालय पहुंचे. जहां पर रसोइया ने जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बिहार में रसोइया का मानदेय मात्र 1650 रूपये है, जिसमें कोई वृद्धि नहीं की गयी. जबकि तमिलनाडु, महाराष्ट्र, ओडिशा, हरियाणा सहित अन्य प्रदेश में हमसे बहुत अधिक मानदेय मिल रहा है. जितना मानदेय दिया जा रहा है, इस महंगाई में उससे गुजारा चलाना मुश्किल है. हमारी मांग है कि रसोइया को न्यूनतम मजदूरी गारंटी दी जाय और हर साल इसमें महंगाई भत्ता की वृद्धि की जाय. साथ ही मानदेय 10 हजार रूपये तत्काल की जाय. इसके निजीकरण को रोका जाय, साल में 12 महीने का मानदेय दिया जाए, रसोईया को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाय. ड्रेस में दो जोड़ी सूती साड़ी, ब्लाउज, पेटीकोट दी जाय, तीन हजार रूपये पेंशन दी जाय, रसोइया के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाय. साथ ही रिक्त पदों पर रसोइया की शीघ्र बहाली की जाय और इसमें रिटायर व मृत रसोइया के परिवार को प्राथमिकता दी जाय. प्रदर्शन में जिला सचिव सुनीता देवी, संरक्षक सतीश प्रसाद सतीश, वीणा देवी, पूजा कुमारी सहित अन्य रसोइया शामिल थी.
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