संवैधानिक संस्थानों का दुरुपयोग कर देश में बनाया जा रहा भय का माहौल: दीपांकर
भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि आज देश में संवैधानिक संस्थानों का दुरुपयोग कर एक भय का माहौल बनाया जा रहा है.
नगर भवन में भाकपा माले का प्रमंडल स्तरीय बदलो बिहार समागम का आयोजन
मुंगेर. भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि आज देश में संवैधानिक संस्थानों का दुरुपयोग कर एक भय का माहौल बनाया जा रहा है. भाजपा संविधान को कुचल रही है. इसलिए राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा द्वारा चलाये जा रहे धार्मिक ध्रुवीकरण कार्यक्रम की हम घोर निंदा करते हैं और जनता से अपील करते हैं कि अपने अधिकार की रक्षा के लिए एकजुट हों. वे शनिवार को नगर भवन में भाकपा माले की ओर से आयोजित प्रमंडल स्तरीय बदलो बिहार समागम के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. छह सदस्यीय अध्यक्ष मंडल की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम का संचालन सचिव कामरेड दशरथ सिंह ने किया.दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि बीजेपी व आरएसएस देश में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने की साजिश चला रही है. ये लोग देश की जनता के अंदर संकीर्ण राजनीतिक माहौल पैदा करना चाहते हैं. जिसके खिलाफ जनता को एकजुट होना होगा. उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार की सरकार भाजपा द्वारा अपहृत किया जा चुका है. नीतीश कुमार स्वयं मानसिक रूप से कमजोर हो गये हैं. आरक्षण जैसे मुद्दे पर पर भी उन्होंने चुप्पी साध ली है. जबकि स्वयं नीतीश कुमार 65 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा विधानसभा चुनाव में की थी. अगर इनकी मंशा साफ है तो 65 प्रतिशत आरक्षण के मुद्दे को संविधान की 9वीं सूची में सम्मलित करने के लिए केंद्र सरकार को मजबूर करना चाहिये. जिस प्रकार तमिलनाडु सरकार ने 69 प्रतिशत आरक्षण देकर वर्षों पहले संविधान की 9वीं सूची में डलवाया. जिस पर न्यायालय का हस्तक्षेप नहीं हो सका. उन्होंने कहा कि रसोईया, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका, आशा कर्मियों को न्यूनतम मजदूरी से भी कम वेतन दिया जाता है और सरकार बार-बार अपने आश्वासनों से मुकर रही है. छात्र-नौजवान जब परीक्षा के पेपर लीक के खिलाफ आंदोलन करते है तो उन पर लाठियां बरसायी जाती है. वृद्धा पेंशन की बढ़ोतरी करने में भी सरकार चुप्पी साधे हुई है. विभिन्न जन संगठनों द्वारा अलग-अलग आंदोलन चलाये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य इस समागम के माध्यम से सभी संगठन को एकजुट कर आंदोलन खड़ा करना है. उन्होंने जन संगठनों से अपील की कि आंदोलन में अपनी क्रांतिकारी भूमिका निभायें, जो आज की जरूरत है. भाकपा माले विधायक दल के नेता कामरेड महबूब आलम, एमएलीसी शशि यादव, राष्ट्रीय स्कीम वर्कर्स के महासचिव कॉमरेड आरएन ठाकुर ने भी अपनी बातें रखीं.
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