Crocodile: बिहार के बाढ़ प्रभावित घरों में घुस रहे जहरीला सांप और मगरमच्छ, जब सोए बच्चे की पड़ी घड़ियाल पर नजर…

Crocodile: मुंगेर में बाढ़ से स्थिति खराब होती जा रही है. बरियारपुर में गंगा विकराल रूप ले चुकी है. बरियारपुर- रतनपुर रेलवे ट्रैक तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है.

By Radheshyam Kushwaha | September 24, 2024 6:30 PM

Crocodile मुंगेर: बिहार के 12 जिलों में बाढ़ का कहर जारी है. मुंगेर में गंगा से सटे दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं, वहीं बाढ़ के पानी में बह कर कई विषैले जीव जंतु भी घरों में घुसने लगे हैं. बाढ़ प्रभावित गांव के घरों में ऐसे जीव जंतु देखे जा रहे है, जिससे लोगों को भय सताने लगा है. वहीं मुंगेर के बरियारपुर प्रखंड क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाकों में दुनिया का सबसे जहरीला सांप रसेल वाईपर, गोहमन सहित मगरमच्छ और घड़ियाल के डर से लोग सहमे हैं. वे रात भर जाग कर अपने परिवार वालों की जान की हिफाजत कर रहे हैं.

बाढ़ के पानी के सहारे घर में घुसा घड़ियाल

मुंगेर के मुफसिल थाना क्षेत्र अंतर्गत टिकारामपुर बुध्धन मरर टोला में बीती रात घर में सोए बच्चों पर एक घड़ियाल ने हमला कर दिया. हालांकि इस हमले में परिजनों की तत्परता से बच्चों की जान किसी तरह से बच गई. परिजनों ने बच्चे को सही सलामत घड़ियाल का शिकार होने से बचा लिया गया. जानकारी के अनुसार जिस वक्त घड़ियाल घर में घुसा उस वक्त घर के अंदर चौकी पर एक बच्चा सो रहा था. सोए अवस्था में ही घड़ियाल ने बच्चे पर हमला कर दिया, लेकिन परिजनों की नजर घड़ियाल पर पड़ गई और तत्परता दिखाते हुए पहले घरवालों ने बच्चे को घर से बाहर निकाला और फिर रस्सी के सहारे घड़ियाल के मुंह को बांध दिया. हालांकि सुबह जब रस्सी खोली गई तो घड़ियाल की मौत हो चुकी थी. ग्रामीणों ने उसे गंगा नदी में बहा दिया गया.

Also Read: Bihar Flood: बिहार में श्मशान घाट की जगह सड़कों पर शवों का हो रहा दाह-संस्कार, जानें कारण

घरों में भरा है बाढ़ का पानी

जिस घर में घड़ियाल ने बच्चे पर हमला किया था, उसके घर में 5 फुट बाढ़ का पानी भरा हुआ है. लोग छत पर तो कोई सड़क किनारे दिन रात गुजार रहे है. पूरे गांव में बाढ़ का पानी भर गया है और रात के वक्त अंधेरा रहने के कारण लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बाढ़ के पानी के साथ आये दिन कोई ना कोई विषैला जानवर घर में घुस जाते हैं, जिससे लोगों के बीच भय का माहौल रहता है.

Exit mobile version