आस्था : महाकुंभ प्रयागराज जाने के लिए ट्रेन के जनरल बोगी में खचाखच भीड़

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से 45 दोनों का महाकुंभ मेला चल रहा है. जो 26 फरवरी तक जारी रहेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | January 29, 2025 8:30 PM
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भागलपुर से जमालपुर तक खड़े-खड़े पहुंची महिला यात्री, कहा- प्रयागराज तक भी अगर खड़े जाना पड़े, तब भी जाऊंगी महाकुंभ स्नान करने

जमालपुर. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से 45 दोनों का महाकुंभ मेला चल रहा है. जो 26 फरवरी तक जारी रहेगा. इस मेले में भले ही भगदड़ से श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़े और जाने में उन्हें खड़े-खड़े यात्रा करना पड़े, परंतु प्रयागराज जाने की आस्था सभी समस्याओं पर भारी है. यही कारण है कि जनरल कोच में खचाखच भीड़ के बावजूद श्रद्धालु प्रयागराज की ओर जा रहे हैं. इनमें इतना उत्साह है कि भागलपुर से यात्रा करने वाली महिला को खड़े-खड़े जमालपुर तक आना पड़ा, फिर भी उनके कुंभ के प्रति आस्था में कमी नहीं आई. उन्होंने कहा कि यदि प्रयागराज तक भी खड़े-खड़े जाना पड़े तो भी वह संगम में डुबकी लगाने अवश्य जाएंगी. यह नजारा बुधवार को 15648 डाउन गुवाहाटी-लोकमान्य तिलक टर्मिनस वीकली एक्सप्रेस में देखने को मिला. इस ट्रेन के इंजन साइड के पहले जनरल बोगी में भारी भीड़ थी रेल यात्रियों को बैठने के लिए जगह नहीं थी. कई रेल यात्री ऊपरी सीट पर बैठे हुए थे तो कई रेल यात्री खड़े यात्रा कर रहे थे. लगेज रखने वाले सीट पर भी रेल यात्री जमे हुए थे. इतना ही नहीं जनरल कोच के दरवाजे और फर्श पर भी रेल यात्री बैठकर यात्रा करते दिखे. जब प्रभात खबर की टीम इस बोगी में यात्रियों से बातचीत करना शुरू किया तो 90% रेल यात्रियों ने बताया कि वे लोग महाकुंभ में शामिल होने के लिए प्रयागराज जा रहे हैं. पूछे जाने पर कि जमालपुर से प्रयागराज की दूरी लगभग 520 किलोमीटर है और इतनी दूरी वे लोग इस परिस्थिति में इतना कष्ट सहकर और खड़े-खड़े कैसे यात्रा करेंगे तो उन्होंने कहा कि हर हाल में महाकुंभ मेला पहुंचना है. चाहे जितना कष्ट हो. हलांकि कुछ रेल यात्रियों ने यह भी कहा कि इस रेल खंड से कुंभ मेला प्रयागराज तक जाने के लिए रेलवे द्वारा अतिरिक्त मेला स्पेशल ट्रेन चलाया जाना था.

श्रद्धा और आस्था सर्वोपरि है. भले ही तीर्थ करने में कष्ट हो, परंतु कष्टप्रद तीर्थ यात्रा तो भगवान की परीक्षा है. रिजर्वेशन टिकट नहीं मिल पाने के कारण अपने परिवार के साथ जनरल बोगी से प्रयागराज की यात्रा के लिए निकले हैं और हर हाल में यात्रा पूरी करेंगे.

ब्यूटी कुमारी

इस रेल खंड पर प्रयागराज जाने के लिए ट्रेनों की किल्लत बनी हुई है. डायरेक्ट ट्रेन से लोग प्रयागराज जाना ज्यादा बेहतर समझते हैं, इसलिए आरक्षित टिकट नहीं मिलने के कारण जनरल बोगी में यात्रा कर रहे हैं. यदि इस रेल खंड पर कुंभ स्पेशल ट्रेन चलती तो लोगों को ऐसी परेशानी नहीं होती.

शंकर मंडल

यदि रेलवे कुंभ स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था नहीं कर पाई तो डायरेक्ट प्रयागराज जाने वाली ट्रेन में अतिरिक्त कोच की व्यवस्था की जानी चाहिए थी, यदि अतिरिक्त कोच की व्यवस्था की जाती तो सभी लोग बैठकर तो यात्रा कर ही पाते और यात्रियों को परेशानी नहीं होती.

सुषमा देवी

महिलाओं और बच्चों की परेशानी देखकर मैं अपनी परेशानी भूल गया हूं. इस ट्रेन की हालत यह है कि जनरल बोगी में प्रयागराज जाने वाले लोग ही बैठे हुए हैं. कोई जमीन पर तो कोई ऊपरी सीट पर तो कोई लगेज सीट पर.

संजीव कुमार

पूरा जनरल बोगी खचाखच भरा हुआ है. लोगों को खड़ा होने की भी जगह नहीं है. ऐसे में प्रयागराज की उनकी यात्रा कितनी कष्टप्रद होगी यह सोचकर ही मन भर जाता है. उन्होंने भी कुंभ स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग की.

राजेश सिंह राणाB

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