संक्रमण का खतरा: बिना मास्क लगाये फल-सब्जी बेच रहे ठेले और फुटकर विक्रेता
संक्रमण का खतरा: बिना मास्क लगाये फल-सब्जी बेच रहे ठेले और फुटकर विक्रेता
मुंगेर: हाल के दिनों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण मामलों ने जहां पूरे शहर को अपनी चपेट में ले लिया है. वहीं शहर के ठेले और फुटकर फल व सब्जी विक्रेता शहर में संक्रमण के मामलों को और अधिक बढ़ा सकते हैं. सरकार द्वारा संक्रमण पर काबू पाने के लिए पूरे राज्य में 16 दिनों का लॉकडाउन भी लगा दिया गया है. जिसे लेकर जिला प्रशासन द्वारा साफ तौर पर निर्देश दिया गया है कि लॉकडाउन के दौरान निर्धारित समय पर ही किराना दुकानदार सहित फुटकर और ठेला सब्जी व फल विक्रेता अपना सामना बेच सकते हैं.
बावजूद ठेला और फुटकर विक्रेता पूरे दिन शहर की सड़कों पर अपना सामान बेचते नजर आते हैं. जबकि ठेला विक्रेता पूरे दिन बिना मास्क के ही शहर की सड़कों पर घूम-घूम कर फल और सब्जी बेच रहे हैं. इस बीच इन ठेला विक्रेताओं ने मास्क के लिए पुलिस से बचने का एक नया तरीका बना लिया है. जिसमें ठेले वाले अपने गले में मास्क को टांगे रहता हैं. वहीं जब पुलिस की गाड़ी दिखाई देती है तो ठेले वाले अपने मास्क को नाक तक उपर कर लेते हैं.
इधर पुलिस के जाते ही दोबारा मास्क हटाकर वापस सड़कों पर घूमना शुरू कर देते हैं. यह हाल केवल शहर की मुख्य सड़कों का नहीं है. बल्कि पूरे दिन शहर के विभिन्न वार्डों के गली-मोहल्लों में भी ठेले वाले बिना मास्क के घूम-घूम कर सब्जी और फल बेचते नजर आ जाते हैं. शहर के एक नंबर ट्रैफिक से लेकर गांधी चौक, बेकापुर, तीन नंबर गुमटी, गुलजार पोखर, अस्पताल रोड़, शास्त्री चौक, पूरबसराय सहित अन्य क्षेत्रों में पूरे दिन यही नजारा देखने को मिलता है. जबकि ये ठेले वाले सब्जी और फल बिना मास्क के केवल इन सड़कों पर ही नहीं बेचते. बल्कि बिना मास्क के पूरे दिन शहर के विभिन्न वार्डों में घूम-घूम कर अपना सामान बेचते नजर आ जाते हैं.
नगर निगम द्वारा दिया गया है मास्क: यूं तो संक्रमण से बचाव को लेकर निगम प्रशासन द्वारा पहले ही सभी फुटकर विक्रेताओं को चार मास्क और एक साबुन दिया गया है. साथ ही जिला प्रशासन और निगम प्रशासन द्वारा इन फुटकर विक्रेताओं को मास्क पहनने का सख्त निर्देश भी दिया गया है. लेकिन इसके बावजूद ये फुटकर विक्रेता न तो मास्क लगाते है और न ही ग्राहकों को सामान देने के दौरान सोशल डिस्टैंसिंग नियम का पालन करते हैं.