विश्वविद्यालय के आउटसोर्सिंग कर्मियों के दो माह के मानेदय भुगतान की अंतिम तिथि आज
31 जनवरी तक दो माह के भुगतान के निर्णय पर ही आउटसोर्सिंग कर्मियों का हड़ताल समाप्त हुआ था
– 9 जनवरी को श्रमायुक्त कार्यालय में 31 जनवरी तक मानदेय भुगतान की सहमति पर ही टूटा था आउटसोर्सिंग कर्मियों का हड़ताल
मुंगेरमुंगेर विश्वविद्यालय में कार्यरत लगभग 70 आउटसोर्सिंग कर्मियों को दो माह के मानदेय का भुगतान 31 जनवरी तक किया जाना है. जिसकी अंतिम तिथि शुक्रवार तक ही है. ऐसे में अबतक न तो विश्वविद्यालय द्वारा एजेंसी को भुगतान किया गया है और न ही एजेंसी द्वारा आउटसोर्सिंग कर्मियों को मानदेय दिया गया है. ऐसे में अब दीक्षांत समारोह की तैयारियों के बीच विश्वविद्यालय के लिये परेशानी बढ़ सकती है, क्योंकि 31 जनवरी तक दो माह के भुगतान के निर्णय पर ही आउटसोर्सिंग कर्मियों का हड़ताल समाप्त हुआ था.
बता दें कि विश्वविद्यालय में एलाइट फैल्कॉन एजेंसी के तहत कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मी दिसंबर माह में ही तीन माह के बकाये मानदेय को लेकर हड़ताल पर चले गये थे. वहीं हड़ताल लगभग 25 दिनों तक चलता रहा. इस बीच 6 जनवरी को श्रमायुक्त कार्यालय में आउटसोर्सिंग एजेंसी, विश्वविद्यालय व कर्मियों की वार्ता हुयी. जिसमें निर्णय लिया गया था कि 31 जनवरी तक आउटसोर्सिंग कर्मियों को दो माह के मानदेय का भुगतान विश्वविद्यालय और एजेंसी आपसी समन्वय स्थापित कर करेंगे. जिसके बाद शेष बकाये को लेकर निर्णय लिया जायेगा. वहीं इसी सहमति पर आउटसोर्सिंग कर्मियों द्वारा हड़ताल समाप्त किया गया था.सहमति के अनुसार भुगतान की अंतिम तिथि आज
बता दें कि श्रमायुक्त कार्यालय में सहमति के अनुसार आउटसोर्सिंग कर्मियों के दो माह का भुगतान करने की अंतिम तिथि शुक्रवार तक ही है. ऐसे में अबतक न तो विश्वविद्यालय द्वारा एजेंसी को भुगतान किया गया है और न ही एजेंसी द्वारा कर्मियों को मानदेय दिया गया है. आउटसोर्सिंग कर्मी प्रिंस कुमार, राकेश कुमार आदि ने बताया कि यदि शुक्रवार तक दो माह के मानदेय का भुगतान नहीं किया जाता है तो इस संबंध में श्रमायुक्त को आवेदन देकर सूचित किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है