Munger news : पुलिस कस्टडी में मोती शर्मा की मौत के मामले में बेटी ने दर्ज करायी हत्या की प्राथमिकी, दो नामजद
पुलिस कस्टडी में मौत को लेकर पुलिस व परिजन दोनों तरफ से कुल तीन प्राथमिकी दर्ज की गयी है
मुंगेर. कथित रूप से मिनीगन फैक्ट्री संचालन मामले के आरोपित मोती कुमार शर्मा का कासिम बाजार थाना पुलिस कस्टडी में मौत को लेकर पुलिस व परिजन दोनों तरफ से कुल तीन प्राथमिकी दर्ज की गयी है. एक प्राथमिकी हथियार मामले में पुलिस ने खुद के बयान पर दर्ज किया है, तो दूसरी प्राथमिकी मोती शर्मा की बेटी मनीषा कुमारी के आवेदन पर पुलिस ने दर्ज की है. इसमें हत्या का कारण उसके पिता के अंदरूनी नाजुक अंग पर मारपीट बताते हुए दो लोगों को नामजद किया गया है. इसमें संदलपुर निवासी छोटू उर्फ ट्रिपल एक्स व इगलिश गोदाम निवासी सुशील यादव शामिल है.
बेटी ने दर्ज करायी हत्या की प्राथमिकी
कासिम बाजार थाना क्षेत्र के बिंदवाड़ा शर्मा टोला निवासी मोती कुमार शर्मा की पुलिस कस्टडी में मौत मामले में मृतका की बेटी मनीषा कुमारी ने हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें उसने कहा कि दो दिन पूर्व संदलपुर निवासी छोटू उर्फ ट्रिपल एक्स व इगलिश गोदाम निवासी सुशील यादव मेरे घर आये. मेरे पिता से 50 हजार रुपये रंगदारी मांगने लगे और बोले कि यदि आप पैसा नहीं देंगे तो आपको झूठा हथियार के केश में फंसा देंगे. फिर तीन जनवरी 2025 की शाम करीब 4:45 बजे छोटू व सुशील अपने साथ बेस मशीन व अन्य अर्धनिर्मित हथियार लेकर आया और मेरे घर में रख दिया. दोनों ने मेरे पिता के अंदरूनी नाजुक अंग पर काफी मारपीट किया. कुछ ही देर में कासिम बाजार थानाध्यक्ष व पुलिस पदाधिकारी व सिपाही आया. पुलिस ने घर से छोटू व सुशील द्वारा रखे बेस मशीन व हथियार को जब्त करते हुए मेरे पिता को पकड़कर थाना ले गयी, जिसके बाद मेरे पिता की मौत हो गयी.
हथियार मामले को लेकर पुलिस ने दर्ज की प्राथमिकी
बताया जाता है कि पुलिस ने खुद के बयान पर मोती कुमार शर्मा पर हथियार मामले में प्राथमिकी दर्ज की है. इसमें कहा गया है कि सूचना मिली थी कि बिंदवाड़ा शर्मा टोला निवासी मोती कुमार शर्मा अपने घर में मिनी गन फैक्टरी का संचालन कर हथियार का निर्माण करता है. निर्मित हथियारों का खरीद-फरोख्त करता है. इसके बाद थानाध्यक्ष रूबीकांत कश्यप दल-बल के साथ वहां पहुंचे और घर की तलाशी ली. इस दौरान उसके घर से एक बेस मशीन, तीन अर्धनिर्मित पिस्तौल व हथियार बनाने का उपकरण बरामद किया गया. मौके पर से मोती कुमार शर्मा को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया. एक अन्य प्राथमिकी में कहा गया कि जब पुलिस मोती कुमार शर्मा को पकड़ कर थाना लायी तो कुछ ही देर में उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. इसके बाद पुलिस वाहन से पुलिस अभिरक्षा में उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल मुंगेर भेजा गया, जहां पर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी. पुलिस ने खुद के बयान पर कासिम बाजार थाना में यूडी केश दर्ज किया. पोस्टमार्टम के उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया.
कहते हैं पुलिस अधीक्षक
पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद ने बताया कि मोती कुमार शर्मा के घर से तीन अर्धनिर्मित पिस्टल, बेस मशीन व उपकरण पुलिस ने बरामद किया था और मोती कुमार शर्मा को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि जब उसकी तबीयत बिगड़ने लगी तो उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. पुलिस ने तीन प्राथमिकी दर्ज की है. इसमें मृतक की बेटी मनीषा के बयान पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी, जिसमें दो लोगों को नामजद किया गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
दिन भर कासिम बाजार थाना में बनी रही गहमागहमी
मुंगेर. मोती कुमार शर्मा के मौत के मामले को लेकर शनिवार को दिन भर कासिम बाजार थाना में गहमागहमी बनी रही. सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजेश कुमार के साथ ही हवेली खड़गपुर के एसडीपीओ चंदन कुमार कई घंटों तक थाना में डटे रहे. इस मामले को लेकर यूं तो कुल तीन अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसमें दो प्राथमिकी पुलिस के खुद के बयान के आधार पर और एक मृतक की पुत्री के आवेदन पर दर्ज हुई है. पुत्री मनीषा के आवेदन पर दर्ज पर प्राथमिकी में इस बात का उल्लेख किया गया है कि उसके पिता की मौत अंदरूनी नाजुक अंग पर मारपीट के कारण हुई है. मारपीट करने वाले में दो युवकों का नाम दर्शाया गया है. जिसमें एक छोटू उर्फ ट्रीपल एक्स तथा दूसरा सुनील यादव शामिल है, लेकिन पुलिस इस बात का खुलासा नहीं किया है कि इन दोनों युवकों से कासिम बाजार थाना का क्या संबंध है. जबकि घटना के बाद शुक्रवार की रात जब पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद थाना पहुंचे थे तो परिजन के साथ ही बड़ी संख्या में आक्रोशित स्थानीय लोगों ने इन दोनों युवकों पर कथित रूप से थाना के दलाल होने का आरोप लगाया था. उस समय तो यहां तक कहा गया था कि कासिम बाजार थाना पुलिस जब मोती के घर गयी थी तो ये दोनों युवक भी पुलिस के साथ ही गया था. हालांकि एफआइआर में घटनाक्रम अलग दर्ज है.
एसपी की संवेदनशीलता व सक्रियता से टली बड़ी वारदात
मुंगेर. कासिम बाजार थाना पुलिस के कस्टडी में कथित हथियार कारोबारी मोती शर्मा की मौत के बाद जब स्थानीय लोगों का आक्रोश फूटा तो बिना देर किये हुए पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद खुद कासिम बाजार थाना पहुंचे और पूरी स्थिति को नियंत्रित किया. इस दौरान उन्हें परिजन व लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. स्थानीय लोगों ने छोटू उर्फ ट्रीपल एक्स एवं सुनील यादव के कासिम बाजार थाना पुलिस से संबंध का भी चीख-चीख कर जिक्र किया. जानकारों का मानना है कि इसी कारण पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर मृतक के पुत्री का आवेदन पर हत्या का मूल प्राथमिकी दर्ज किया गया है. यूं तो अब पूरा मामला पुलिस अनुसंधान के अधीन है, लेकिन कासिम बाजार थाना पुलिस की कार्य संस्कृति इस बार भी सवालों के घेरे में आ गया है.
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