Munger news : कासिम बाजार थाना क्षेत्र के नवटोलिया निवासी राजद के प्रदेश महासचिव 50 वर्षीय पंकज यादव को गुरुवार की सुबह मॉर्निंग वॉक के दौरान हवाई अड्डा मैदान में अपराधियों ने दौड़ा-दौड़ा कर गोली मारी. वह तो संयोग था कि अपराधियों द्वारा की गयी चार-पांच फायरिंग में से एक ही गोली उनके बायीं तरफ सीने में लगी. दूर से गोली लगने के कारण हर्ट को नुकसान नहीं हुआ और उनकी जान बच गयी. घटना के पीछे जमीन कारोबार को जोड़ कर देखा जा रहा है. हालांकि एसपी ने अपराधियों की गिरफ्तारी और मामले की पूरी जांच के लिए एसआइटी का गठन किया है, जो पूरे प्रकरण की गहन तफ्तीश कर रही है.
किसी जमीन को लेकर चल रही थी खटपट
राजद नेता पर गोलीबारी की घटना पूरी तरह से जमीन कारोबार से जुड़ी हुई है. नवटोलिया निवासी कुख्यात अपराधी सावन यादव जमीन कारोबार से जुड़ा है, जो डरा-धमका कर लोगों की जमीन खरीद कर उसकी प्लाटिंग करता है. हालांकि जमीन पर कब्जा करने और महिला के साथ मारपीट व गोलीबारी करने के मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जो अभी भी जेल में बंद है. सावन का रिश्तेदार नवटोलिया निवासी अभिषेक कुमार उर्फ मिट्ठू कई दिनों से पंकज यादव से मिल रहा था. बुधवार की सुबह भी पंकज से मिला. शायद किसी जमीन को लेकर दोनों के बीच कुछ खटपट चल रही थी. बात नहीं बनी, तो गुरुवार की सुबह 06 बजे जब पंकज यादव मॉर्निंग वॉक पर हवाई अड्डा गये, तो गोली मार दी. घायल के पिता अधिवक्ता रामचरित्र प्रसाद यादव ने भी कहा कि मिट्ठू व नमन ने गोली मारी है. दोनों गांव के लोगों की जमीन जबरदस्ती लेना चाहते थे. इसका विरोध पंकज करता था. वे लोग पंकज को रास्ते से हटने को कह रहे थे. इससे स्पष्ट होता है कि अपराधी जमीन कारोबार को लेकर ही पंकज की गोली मार कर हत्या करना चाहते थे.
घायल के बयान पर मामला दर्ज
गोलीबारी में घायल राजद नेता पंकज यादव ने अपने फर्द बयान में कहा कि सावन यादव जेल में बंद है, जिसकी पैरवी करने के लिए उसका रिश्तेदार मिट्ठू व अन्य उस पर दबाव बना रहे थे. पर उन्होंने पैरवी करने से इंकार कर दिया. इसके कारण उनकी हत्या करने की नीयत से गोली मारी गयी. उन्होंने नवटोलिया के ही अभिषेक कुमार उर्फ मिट्ठू एवं नमन कुमार को नामजद किया है, जबकि कई अज्ञात भी हैं.
एसआइटी करेगी मामले की जांच : एसपी
मुंगेर एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि राजद नेता को गोली मारने की घटना की जांच के लिए एसडीपीओ सदर के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया है. ये टीम न सिर्फ घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करेगी, बल्कि मामले के हर बिंदु पर बारीकी से जांच करेगी.