बरियारपुर
जमालपुर-भागलपुर रेलखंड के ऋषिकुंड हाॅल्ट पर गुरुवार की सुबह सावधानी हटी दुर्घटना घटी वाली कहावत चरितार्थ हुई. मामला यह है कि जमालपुर-देवघर ट्रेन को पकड़ने जा रहे मां-बेटा समेत एक महिला गया-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गई. जिससें तीनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया और गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया.मां-बेटा की मौत से परिजनों पर टूटा दुखों का पहाड़
बताया जाता है कि रतनपुर निवासी स्व. रामानंद चौधरी की 65 वर्षीय पत्नी राम रुचि देवी, स्व. सुनील पांडे की 60 वर्षीय पत्नी उषा देवी एवं 41 वर्षीय अमित कुमार ऋषिकुंड रेलवे हॉल्ट पर रेलवे ट्रैक को पार कर जमालपुर-देवघर ट्रेन पकड़ने जा रहे थे. इस बीच बरियारपुर स्टेशन की ओर से गया-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन गुजर रही थी. जिसका तीनों ने ध्यान नहीं दिया और एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आकर अपनी जान गंवा दी. राम रूचि देवी एवं अमित कुमार रिश्ते में मां-बेटा था. एक साथ एक ही घर में मां-बेटा की मौत से परिजनों में जहां कोहराम मच गया.हृदय विदारक घटना से पूरे गांव में पसरा है मातमी सन्नाटा
जानकारी के अनुसार अमित कुमार मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था. मृतक अमित की पुत्री रोशनी कुमारी नवम में तो पुत्र लभ आनंद अष्टम वर्ग में पढ़ाई करता है. वहीं पत्नी सोनी देवी भी घटना से हतप्रभ है और दहाड़ मारकर विलाप कर रही थी. वहीं मृतका उषा देवी को तीन पुत्र एवं दो पुत्री है जो सभी शादीशुदा हैं. उनका तीनों पुत्र अन्य राज्यों में जाकर मजदूरी करते हैं. वह घर में अकेली रहती थी. इस हृदय विदारक घटना से सभी के आंखें नम है और रेलवे विभाग को कोस रहे हैं. वहीं पूरे गांव में मातम पसरा है. विदित हो कि ऋषिकुंड हॉल्ट पर बीते वर्ष भी ट्रेन की चपेट में आने से कई लोगों की मौत हो चुकी है. इसे लेकर ऋषिकुंड विकास मंच, बरियारपुर द्वारा हॉल्ट पर रेलवे ओवरब्रिज की मांग को लेकर आमरण अनशन भी किया था और ओवरब्रिज की मांग लगातार करते आ रहे हैं. बावजूद रेलवे इस ओर ध्यान नहीं दिया और एक बार फिर एक साथ तीन लोगों की मौत हो गई. अगर रेलवे ओवरब्रिज होता तो शायद तीन लोगों की जान नहीं जाती.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है