वन संरक्षण कानून के विरोध में प्रदर्शन, आदिवासियों के अधिकार हो रहा हनन
आदिवासियों के अधिकार हो रहा हनन
वन संरक्षण कानून के खिलाफ ऑल इंडिया जन अधिकार सुरक्षा कमेटी ने किया प्रदर्शन प्रतिनिधि, हवेली खड़गपुर ——————————– ऑल इंडिया जन अधिकार सुरक्षा कमेटी के आह्वान पर शुक्रवार को वन संरक्षण कानून 2023 के खिलाफ प्रखंड मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया गया. जिसका नेतृत्व गोविंद मिश्रा ने किया. प्रदर्शन की शुरुआत नगर के झील पथ स्थित संगठन कार्यालय से हुई जो नंदलाल बसु चौक, एकता पार्क, अंबेडकर चौक के रास्ते प्रखंड कार्यालय पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया. प्रदर्शन में शामिल लोग इंकलाब जिंदाबाद, सिद्धो मुर्मू, कान्हो मुर्मू अमर रहे, अखिल भारतीय प्रतिवाद दिवस जिंदाबाद, वन संरक्षण कानून 2023 वापस लो, जन विरोधी वन संरक्षण कानून नहीं चलेगा, आदिवासी विरोधी पर्यावरण विरोधी वन संरक्षण कानून 2023 वापस लो, अडानी-अंबानी के हित में जंगल और पहाड़ को बेचना बंद करो, आदिवासियों का हक छीनने वाला कानून वन संरक्षण कानून वापस लो, वन अधिकार कानून 2006 सख्ती से लागू करो के नारे लगा रहे थे. सभा को संबोधित करते हुए कमेटी के सदस्य अर्जुन सोरेन ने कहा कि आदिवासियों ने आजादी की लड़ाई में हजारों कुर्बानियां दी है. तब जाकर कुछ अधिकार मिला. लेकिन आजाद भारत में आज उनके अधिकारों को छीना जा रहा है. आदिवासियों को तो जंगल आने-जाने का अधिकार था. जिसको मोदी सरकार ने कानून बनाकर छीन लिया है. हम वन संरक्षण कानून 2023 वापस लेने की मांग करते हैं. क्योंकि इस कानून में अदानी और अंबानी को जंगल काटने और पत्थर निकाल कर बेचने का अधिकार दिया गया है जो सरासर आदिवासी विरोधी है. मौके पर पार्वती देवी, सुनीता देवी, संगीता देवी, चुरकी देवी, अजय मरांडी, रघुवीर मरांडी, राम किस्कू, चुटकी देवी, सुनीता देवी. कविता कुमारी, संजू कुमारी, फूल कुमारी सहित बड़ी संख्या में महिला-पुरुष शामिल थे.
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