मुंगेर . जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव दिनेश कुमार ने मंगलवार को सदर अस्पताल के विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई (एसएनसीयू) में भर्ती शिशु को देखने पहुंचे. मालूम हो कि नवजात एक सप्ताह पूर्व जमालपुर प्रखंड के पाटम क्षेत्र के झाड़ी में जीवित फेंका मिला था. जिसे सामाजिक संस्था द्वारा अस्पताल में भर्ती कराया गया था. तत्काल शिशु का उपचार बाल संरक्षण इकाई समाज कल्याण विभाग के देखरेख में हो रहा है. सचिव दिनेश कुमार ने चिकित्सक डॉ रामकृष्ण भारद्वाज से शिशु के स्वास्थ्य की जानकारी लिया. डॉक्टर ने बताया कि बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है. जो ऑक्सीजन पर है. नवजात बच्ची का ओठ जन्मजात कटा हुआ है. आंख में भी समस्या है. मौके पर कर्मी सुजीत कुमार एवं पीएलवी निरंजन कुमार सहित अन्य मौजूद थे. ————————————————- उच्च रक्तचाप व मधुमेह के मरीजों पर दे ध्यान: डॉ रंजन मुंगेर : सदर अस्पताल में चल रहे स्वास्थ्य कार्यकर्ता आशा का गैर संचारी रोग रोकथाम एवं नियंत्रण पर आवासीय पांच दिवसीय प्रशिक्षण मंगलवार को समाप्त हुआ. डॉ के रंजन ने कहा इन दिनों तनाव के माहौल में लोग जीवनयापन कर रहे हैं. जिस कारण उच्च रक्तचाप एवं मधुमेह राेग से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. जल्द से जल्द ऐसे मरीजों को अस्पताल भेजें. आशा ग्राउंड लेवल पर काम करती है. उन्होंने कहा कि जिस स्त्री का कमर की गोलाई 80 सेंटीमीटर से अधिक है एवं जिस पुरुष का कमर की गोलाई 90 सेंटीमीटर से अधिक है तो वह मोटापा के शिकार हो रहे हैं. ऐसे लोगों को चिन्हित करें. शारीरिक गतिविधि का अभाव, तंबाकू, शराब का सेवन एवं तनाव इन बीमारी का मुख्य लक्षण है. मोटापा को काम करना है. इस अवसर पर प्रशिक्षक निरंजन कुमार ,राजीव कुमार सहित अन्य मौजूद थे.
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